वॉरेन बफे की ने शायद ही कोई गलती की हो, लेकिन इस कंपनी में निवेश सालों बाद भी भारी पड़ रहा है, क्या करेंगे निवेशक

दुनिया के ख्यात निवेशक वॉरेन बफे अपने इन्वेस्टमेंट सेंस के लिए जाने जाते हैं. वे किसी बिज़नेस में इन्वेस्टमेंट करने से पहले उस बिज़नेस में दूर तक देखने के लिए मशहूर हैं. लेकिन ऐसा लगता है कि बफे से एक कंपनी में निवेश करने में गलती हो गई. वॉरेन बफे ने सालों पहले बार केचप और मैक एंड चीज़ पर बड़ा दांव लगाया था और 2015 में हाइन्ज़ और क्राफ्ट फूड्स के विलय को प्रतिष्ठित ब्रांडों को एक साथ लाने के एक अवसर के रूप में सराहा था, लेकिन अब हालात प्रतिकूल हो गए हैं.

एक दशक बाद क्राफ्ट हाइन्ज़ खुद को तोड़ने पर विचार कर रहा है और जो ओमाहा के ओरेकल के लिए एक ऐतिहासिक डील मानी जा रही थी, वह उनके करियर के सबसे प्रमुख फ्लॉप में से एक बन गया है.आंकड़े एक माइक्रो स्टोरी बताते हैं. बफे के अपने निवेशक ज्यादातर बिना किसी नुकसान के बच निकलने में कामयाब रहे हैं. क्राफ्ट हाइन्ज़ कथित तौर पर एक ब्रेकअप मर्जर की विफलता की स्वीकृति और प्रसिद्ध निवेशक के रिकॉर्ड पर एक दुर्लभ दाग की संभावना तलाश रहा है. क्राफ्ट हाइन्ज़ के शेयर गठजोड़ के बाद से 60% से अधिक गिर गए हैं.
साल 2015 में बफे की बर्कशायर हैथवे और निजी इक्विटी फर्म 3जी कैपिटल ने क्राफ्ट फूड्स और हान्ज़ के विलय की योजना बनाई, जिससे ऑस्कर मेयर से लेकर वेल्वेटा जैसे कई जाने-माने नाम एक साथ आ गए. इस विलय का उद्देश्य धीमी गति से आगे बढ़ रहे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर उत्पादन और दक्षता सुनिश्चित करना था, लेकिन यह रणनीति उपभोक्ताओं की बदलती रुचियों, महंगाई और वज़न घटाने वाली दवाओं के बढ़ते चलन से टकरा गई, जिससे प्रोसेस्ड फूड की मांग कम हो गई.
विलय के बाद से क्राफ्ट हाइन्ज़ के शेयरों में 60% से ज़्यादा की गिरावट आई है. इसके विपरीत व्यापक बाज़ार में तेज़ी आई है. बफे के अनुसार इस डील की कीमत बर्कशायर को कागज़ पर 4.5 अरब डॉलर से ज़्यादा पड़ी है. धीरे धीरे दबाव बढ़ा और निवेशकों का गुस्सा बाहर आने लगा. निवेशकों का गुस्सा कई सालों से बढ़ रहा है.
क्राफ्ट हाइन्ज़ ने 2019 में अपने ब्रांड्स की वैल्यू में 15.4 अरब डॉलर की कटौती की और 3जी कैपिटल ने आखिरकार अपना पद छोड़ दिया. बफे हालांकि अपने पद पर बने रहे, हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि बर्कशायर ने उन्हें ज़्यादा भुगतान किया. बर्कशायर से जुड़े दो बोर्ड सदस्यों ने इस साल की शुरुआत में इस्तीफा दे दिया, जो सीईओ पद छोड़ने की तैयारी कर रहे बफे के धीरे-धीरे कंपनी से अलग होने का संकेत है.
फिर भी बर्कशायर का कुल रिटर्न एक और भी राहत भरी कहानी बयां करता है. हालांकि क्राफ्ट हाइन्ज़ में हिस्सेदारी की कीमत वर्तमान में 8.8 अरब डॉलर है, जो मूल रूप से निवेश किए गए 9.8 अरब डॉलर से कम है, फिर भी इसने लगभग 6.3 अरब डॉलर का लाभांश चुकाया है. फाइनेंशियल टाइम्स के अनुसार इसमें 2 अरब डॉलर की बर्कशायर की पसंदीदा हाइन्ज़ शेयरों से कमाई गई कमाई भी जोड़ लें, जो 2016 में भुनाई गई थी, और कुल रिटर्न 60% के करीब पहुंच जाता है.

क्राफ्ट हाइन्ज़ एक विभाजन की संभावना तलाश रहा है जिससे उसके व्यवसाय का एक बड़ा हिस्सा अलग हो जाए. यह कदम केलॉग्स जैसी प्रतिस्पर्धियों के नक्शेकदम पर चल रहा है, जिसने 2023 में अपने परिचालन को सफलतापूर्वक विभाजित कर दिया था, जिससे मार्स और फेरेरो जैसी वैश्विक दिग्गज कंपनियों के अधिग्रहण को बढ़ावा मिला.

Source: Economic Times