क्या बोले SEBI चेयरमैन
अभी हमारा साप्ताहिक इंडेक्स एक्सपायरी पर रोक लगाने का कोई प्लान नहीं है. हम मार्केट एक्टिविटी पर नजर बनाए हुए हैं.
हर हफ्ते होने वाली निफ्टी, बैंक निफ्टी और अन्य इंडेक्स की एक्सपायरी ने ट्रेडिंग वॉल्यूम में तेज उछाल दिया है.
कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे फरजद ट्रेडिंग, अत्यधिक सट्टेबाज़ी और रिटेल इनवेस्टर्स की जोखिम क्षमता पर असर पड़ रहा है.
वहीं कई ट्रेडर्स के लिए यह इनकम और हेजिंग का एक अहम जरिया बन चुका है.
क्यों है ये बयान अहम
SEBI का यह स्पष्टीकरण बाजार को यह भरोसा देता है कि अभी के लिए साप्ताहिक एक्सपायरी जारी रहेगी, और किसी तरह की पाबंदी की अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए.
आपको बता दें कि हाल में सेबी ने नियम बदले है- मंथली, क्वार्टरली और हाफ-ईयरली NIFTY कॉन्ट्रैक्ट्स, जो पहले महीने के आखिरी गुरुवार को समाप्त होते थे, अब महीने के आखिरी मंगलवार को एक्सपायर होंगे.
इसी तरह साप्ताहिक (वीकली) डेरिवेटिव्स, जो हर गुरुवार को खत्म होते थे, अब मंगलवार को समाप्त होंगे.
नया नियम 28 अगस्त 2025 की ट्रेडिंग समाप्ति (End of Day) के बाद लागू होगा.29 अगस्त 2025 से सभी नए और मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट्स में ये बदलाव दिखने लगेंगे.
कॉन्ट्रैक्ट की बाकी शर्तों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.सभी ट्रेडर्स और ब्रोकर्स को सलाह दी गई है कि वे 29 अगस्त से पहले नया कॉन्ट्रैक्ट फाइल डाउनलोड करें. अगर किसी मंगलवार को एक्सचेंज में छुट्टी होगी, तो एक्सपायरी डेट में बदलाव किया जा सकता है.
ृहालांकि NSE ने बदलाव के पीछे कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया, लेकिन माना जा रहा है कि यह कदम मार्केट की लिक्विडिटी बेहतर करने, वोलैटिलिटी को फैलाने, और हेजिंग की सुविधा बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है. इससे F&O ट्रेडिंग की रणनीतियों में भी बदलाव देखने को मिल सकता है.
ऑप्शन ट्रेडर्स को अब अपनी रणनीति मंगलवार को ध्यान में रखकर बनानी होगी.थर्सडे एक्सपायरी से जुड़े ट्रेडिंग पैटर्न, जैसे ‘थर्सडे ब्लैकआउट’ आदि अब खत्म हो जाएंगे.जो ट्रेडर्स अब तक BANKNIFTY और NIFTY में गुरुवार को पोजिशन क्लोज करते थे, उन्हें अब मंगलवार की तैयारियां करनी होंगी.
Source: CNBC