रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के शेयर प्राइस में 52 वीक हाई लेवल से आ रही है प्रॉफिट बुकिंग, चार्ट बता रहा है कहां तक गिर सकता है स्टॉक

शेयर मार्केट में गुरुवार को गिरावट देखी गई और बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स अपने सपोर्ट लेवल सए नीचे आ गए. निफ्टी में 121 अंकों की गिरावट के बाद 25355 के लेवल पर क्लोज़िंग हुई. इस बीच कुछ स्टॉक पर निवेशकों की नज़रें रहीं.

Reliance Industries Ltd के शेयर 0.25% की गिरावट के बाद 1515 के लेवल पर बंद हुआ. कंपनी का मार्केट कैप 20.53 लाख करोड़ रुपए है. स्टॉक ने केवल चार माह में 23% का रिटर्न दिया है. स्टॉक अपने 52 वीक हाई लेवल 1605.85 के करीब है. इस बीच डेली चार्ट पर हाई लेवल पर दो बेयरिश कैंडल बन चुकी हैं, जो संकेत दे रही हैं कि रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के स्टॉक में प्रॉफिट बुकिंग हो सकती है.
स्टॉक का रिसेंट हाई 1551 रुपए का लेवल है. इस लेवल से रिलायंस इंडस्ट्रीज़ में प्रॉफिट बुकिंग हुई है, जिससे स्टॉक गिरकर 1470 रुपए के लेवल तक आ सकता है.

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयरों में यह गिरावट IPO की समयसीमा में देरी और चार्ट पर सुस्ती के संकेतों को लेकर निवेशकों की बढ़ती बेचैनी के बीच आई है. यह स्टॉक कभी अपने 52-सप्ताह के हाई लेवल से 1% के भीतर था, अब उस स्तर से लगभग 6% गिर गया है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या यह एक हेल्दी रिट्रेसमेंट है या रुझान में बदलाव की शुरुआत?
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के बाद यह गिरावट आई जिसमें कहा गया कि रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स ने 2025 के लिए अपने बहुप्रतीक्षित IPO को टाल दिया है, साथ ही रिलायंस रिटेल की लिस्टिंग को भी आगे बढ़ा दिया है. ग्रीन एनर्जी की ओर रुख और बढ़ते बाजार लक्ष्यों के कारण दीर्घकालिक बुनियादी बातें बरकरार हैं, लेकिन अल्पकालिक तस्वीर और धुंधली दिख रही है.

टेक्निकल में मिश्रित रुझान

गिरावट के बावजूद आरआईएल अपने आठ प्रमुख सिंपल मूविंग एवरेज में से छह मूविंग एवरेज से ऊपर बना हुआ है, जो मिड टर्म में तेजी का संकेत देता है. हालांकि यह अपने 5-डे और 10-डे एसएमए से नीचे फिसल गया है, जो इमिजेट शॉर्ट टर्म में मंदी के संकेत देता है.

शेयर में हालिया गिरावट 9 जुलाई की एक रिपोर्ट के बाद आई है जिसमें कहा गया था कि 100 अरब डॉलर से ज़्यादा मूल्य वाली रिलायंस जियो प्लेटफ़ॉर्म्स इस साल सार्वजनिक नहीं होगी. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि कंपनी का लक्ष्य “सार्वजनिक बाज़ार में आने से पहले अपनी अर्निंग और क्लाइंट बेस को और बढ़ाना है.जेफ़रीज़ और आईआईएफएल ने जियो का मूल्यांकन क्रमशः 136 अरब डॉलर और 111 अरब डॉलर आंका है.

Source: Economic Times