तिमाही के नतीजे
मंगलवार को, डिक्सन टेक्नोलॉजीज ने बताया की कि अप्रैल-जून 2025 तिमाही के लिए उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 280.02 करोड़ रुपये रहा. यह पिछले वर्ष इसी अवधि में हुए 139.70 करोड़ रुपये के लाभ की तुलना में 100% अधिक है. कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में ऑपरेशन से उसका रेवेन्यू 95 प्रतिशत बढ़कर 12,835.66 करोड़ रुपये हो गया है. जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह 6,579.80 करोड़ रुपये था.
कंपनी का EBITDA इस तिमाही में 484 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले में दर्ज किए गए 256 करोड़ रुपये से 89 प्रतिशत ज़्यादा है.
मोतीलाल ओसवाल ने क्या कहा?
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने स्टॉक पर अपनी ‘बाय’ रेटिंग को बरकरार रखा है. इसके लिए ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 20,500 रुपये से बढ़ाकर 22,100 रुपये कर दिया है. यह अब तक का सबसे हाइयेस्ट टारगेट प्राइस है. यह टारगेट प्राइस स्टॉक के पिछले बंद भाव से 37 प्रतिशत की तेज़ी की संभावना को दर्शाता है.
मोतीलाल ने बताया कि डिक्सन टेक्नोलॉजीज़ अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए दो मुख्य रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित कर रही है. पहली, कंपनी अपने ग्राहकों के साथ मज़बूत, दीर्घकालिक संबंध बनाने और समय के साथ बिक्री बढ़ाने के लिए ज्वॉइंट वेंचर बना रही है. दूसरी, वह अन्य कंपनियों के साथ साझेदारी करके अपने प्रमुख कंपोनेंट्स को और अधिक विकसित करने पर काम कर रही है, जिससे बाहरी सप्लायर्स पर निर्भरता कम करने और दक्षता में सुधार करने में मदद मिलेगी.
ब्रोकरेज ने बताया कि डिक्सन ज्वॉइंट वेंचर (जेवी) के माध्यम से अपने कंपोनेंट निर्माण का विस्तार कर रहा है. इसमें एचकेसी के साथ एक डिस्प्ले यूनिट स्थापित करना, क्यूटेक के साथ कैमरा मॉड्यूल बनाना और चोंगकिंग युहाई के साथ सटीक पुर्जों का प्रोडक्शन शामिल है. इन प्रयासों का उद्देश्य डिक्सन को स्मार्टफ़ोन के लिए अधिक पुर्जे उपलब्ध कराना है, जिससे कंपनी को अपना लाभ मार्जिन बढ़ाने में मदद मिलेगी और ग्राहकों के लंबे समय तक डिक्सन के साथ बने रहने की संभावना बढ़ेगी.
मोतीलाल ने यह भी बताया कि डिक्सन को लॉन्गचीयर और वीवो के साथ अपने नए ज्वॉइंट वेंचर से अतिरिक्त बिजनेस मिल रहा है.
दूसरे ब्रोकरेज बुलिश
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने स्टॉक पर 16,100 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ स्टॉक पर ‘होल्ड’ रेटिंग बनाए रखी है. ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल न भी स्टॉक को खरीदने की सलाह दी है और अपने टारगेट प्राइस को 4 प्रतिशत को घटाकर 19000 रुपये कर दिया है.
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
Source: Economic Times