अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्र्म्प ने मेटल पर 50% टैरिफ लागू किया है, हालांकि भारतीय मेटल कंपनी पर इसका सीधा असर तो नहीं पड़ेगा लेकिन सेक्टर में कॉम्पिटिशन बढ़ सकता है, जिसका दबाव मार्जिन पर देखने को मिल सकता है. मेटल सेक्टर में इस संकट के समय के बावजूद ब्रोकरेज हाउस ने टाटा स्टील के शेयर खरीदने की सलाह दी है.
Tata Steel Ltd के शेयर गुरुवार को 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 157.40 रुपए के लेवल पर ट्रेड कर रहे थे. कंपनी का मार्केट कैप 1.97 लाख करोड़ रुपए है.
ब्रोकरेज फर्म एंटीक ने Tata Steel के शेयर पर बाय रेटिंग शुरू की है. ब्रोकरेज का मानना है कि मजबूत मांग के कारण टाटा स्टील के शेयरों में तेजी बनी रहेगी. इसमें कहा गया है कि टाटा स्टील की मजबूत उपस्थिति, बेहतर कच्चे माल का एकीकरण, कम कर्ज़ और घरेलू बाजार में हाई रिस्क है.
ब्रोकरेज ने कहा कि विश्व इस्पात संघ ने अनुमान लगाया है कि भारत की मांग वर्ष 2025 तक सालाना आधार पर 8.5 प्रतिशत बढ़कर 156 मीट्रिक टन हो जाएगी.
चीन के विशेषज्ञों ने कहा कि चीनी इस्पात प्रोडक्शन और अमेरिकी टैरिफ के बाद अपेक्षित प्रोत्साहन उपायों के कारण विकास की गति धीमी हो सकती है.
ब्रोकरेज ने कहा कि घरेलू एचआरसी की कीमतों में लगभग 7 प्रतिशत सुधार हुआ है. घरेलू एचआरसी की कीमतें चीनी आयात समता कीमतों से प्रीमियम बनी हुई हैं, लेकिन इसने उल्लेख किया कि खेल एचआरसी की कीमतें मई 2025 से 3 प्रतिशत कम हैं, जिसका कारण मानसून का जल्दी आना है.
ब्रोकरेज ने कहा, “कोकिंग कोल की कम कीमतें और मजबूत घरेलू कारोबार भारतीय इस्पात निर्माताओं की लाभप्रदता को समर्थन देंगे. साथ ही यह भी कहा कि घरेलू स्तर पर व्यापारिक रुकावट के लागू होने से भारतीय इस्पात निर्माताओं को समर्थन मिल सकता है. ब्रोकरेज ने टाटा स्टील के शेयरों को 165 रुपये के टारगेट प्राइस के लिए खरीदने की सिफारिश की है.
Source: Economic Times