मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने दिया बड़ा अपडेट, इस तारीख को जारी होंगे जून तिमाही के नतीजे

RIL Q1 Results 2025: इन दिनों कंपनियों के नतीजों का समय चल रहा है। इसबीच मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries – RIL) की ओर से एक बड़ी खबर सामने आई है। कंपनी ने 11 जुलाई 2025 एक्सचेंज को सूचित किया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 (FY26) की पहली तिमाही के नतीजों के लिए अगले हफ्ते बोर्ड की बैठक होगी। कंपनी ने शेयर बाजार को दी गई सूचना में बताया है कि कंपनी का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स 18 जुलाई 2025 (शुक्रवार) को बैठक करेगा। इस बैठक में 30 जून 2025 को समाप्त तिमाही (Q1FY26) के वित्तीय नतीजे जारी किए जाएंगे।

कंपनी ने बताया कि इस दौरान स्टैंडअलोन और कंसॉलिडेटेड अनऑडिटेड वित्तीय नतीजे पारित किए जाएंगे। आरआईएल ने कहा कि कंपनी 30 जून 2025 को समाप्त तिमाही के वित्तीय नतीजों पर चर्चा करने के लिए बोर्ड बैठक के बाद एक विश्लेषक बैठक (analyst meet) आयोजित करेगी।

RIL Q1 के नतीजे कैसे रहेंगे?

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज़ (Kotak Institutional Equities – KIE) के मुताबिक, आरआईएल पहली तिमाही में शुद्ध मुनाफे में सालाना आधार पर 29 फीसदी की ग्रोथ देख सकती है। यह 19,517 करोड़ रुपये का रह सकता है। मुनाफा एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी बिक्री से करीब 9,000 करोड़ रुपये के एकमुश्त लाभ से बढ़ा है। कंपनी की शुद्ध बिक्री वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही के 2,31,784 करोड़ रुपये के मुकाबले सालाना आधार पर 1 फीसदी की गिरावट के साथ 2,29,475.7 करोड़ रुपये रह सकती है।

केआईई ने आगे कहा कि हमें उम्मीद है कि कंपनी का EBITDA सालाना आधार पर 15.4% बढ़ेगा, जिसमें ओ2सी, डिजिटल और रिटेल के लिए सालाना ग्रोथ 19-20% की होगी। वहीं डोमेस्टिक ब्रोकरेज कंपनी मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने उम्मीद जताई है कि पीएटी में 32 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। यह लगभग 20,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। वहीं पहली तिमाही के राजस्व में 15% की मजबूत वृद्धि के साथ 266100 करोड़ होने की उम्मीद है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों का हाल

रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में इस साल अब तक 22 फीसदी का शानदार उछाल देखने को मिला है। हालांकि कीमत एक साल पहले के भाव से 5 फीसदी कम है। हाल ही में मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी का मार्केट कैप 20 लाख करोड़ रुपये के मार्क को पार कर गया। इसके चलते भारत की सबसे बड़ी कंपनी के रूप में इसकी स्थिति और ज्यादा मजबूत हो गई है।

Source: Mint