ESOP: महिंद्रा ग्रुप ने अपने 23,000 कर्मचारियों के लिए बड़ा ऐलान किया है। कंपनी सभी को एम्प्लॉयी स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOP) देने जा रही है। खास बात ये है कि इसमें सिर्फ ऑफिस में काम करने वाले ही नहीं, बल्कि फैक्ट्री में मेहनत करने वाले कर्मचारी भी शामिल होंगे।
PTI संग बातचीत में महिंद्रा ग्रुप के CEO और MD अनीश शाह ने बताया कि यह स्कीम कर्मचारियों के योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद देने और उन्हें कंपनी की ग्रोथ में हिस्सेदार बनाने के लिए लाई जा रही है। इस पहल में महिंद्रा एंड महिंद्रा (वाहन और कृषि यूनिट), महिंद्रा इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल और महिंद्रा लास्ट माइल मोबिलिटी शामिल हैं।
कर्मचारियों के योगदान का सम्मान: CEO अनीश शाह
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे इस बात की बहुत खुशी है और मुझे हमारी कंपनी की संस्कृति पर बहुत गर्व है। ये ESOP कंपनी के प्रत्येक कर्मचारी के लिए हैं। यह वास्तव में कृतज्ञता का प्रतीक है, क्योंकि उनके प्रयासों से हमें बहुत अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिली है।’’
400-500 करोड़ रुपये तक के शेयर बांटे जाएंगे
शाह ने बताया कि ESOP स्कीम के तहत कर्मचारियों को जो शेयर दिए जाएंगे, उनकी कुल वैल्यू करीब 400 से 500 करोड़ रुपये के बीच हो सकती है। ये अमाउंट कंपनी के मार्केट कैप और अन्य फैक्टर्स पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा, “ये बहुत बड़ी रकम है, लेकिन कर्मचारियों ने जो वैल्यू क्रिएट की है, वो इससे भी कहीं ज्यादा है।”
RSU फॉर्मेट में मिलेंगे शेयर
उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को जो ESOP मिलेंगे, वो रिस्ट्रिक्टेड स्टॉक यूनिट्स (RSU) होंगे, यानी कुछ शर्तों के साथ ये शेयर मिलेंगे। इस स्कीम के लिए जरूरी है कि कर्मचारी कम से कम 12 महीने से कंपनी के स्थायी पेरोल पर हो।
कंपनी का मार्केट कैप अप्रैल 2020 के मुकाबले 12 गुना बढ़ा है, इसलिए मैनेजमेंट को लगा कि कर्मचारियों के योगदान को स्वीकार करना जरूरी है। ESOP पाने के लिए कर्मचारी का कंपनी में कम से कम 12 महीने का स्थायी पेरोल पर होना जरूरी होगा।
कंपनी के तगड़े नतीजों के बाद आया फैसला
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने जून तिमाही में ₹4,083 करोड़ का नेट प्रॉफिट कमाया, जो पिछले साल इसी अवधि के ₹3,283 करोड़ के मुकाबले 24% ज्यादा है। कंपनी की टोटल इनकम ₹45,529 करोड़ रही, जो पिछले साल की तुलना में काफी बढ़ी है।
Source: Mint