Tejas Networks: मार्केट मास्टर नाम से मशहूर शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक विजय केडिया ने हाल ही में अपने पोर्टफोलियो में बड़ा बदलाव किया है। उन्होंने जून तिमाही में अपने पोर्टफोलियो से एक बड़े स्टॉक को बाहर का रास्ता दिखाया है। यह स्टॉक उनके पोर्टफोलियो में पिछले पांच सालों में शामिल था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) की वेबसाइट पर उपलब्ध डेटा के मुताबिक, उन्होंने टाटा ग्रुप की फेमस कंपनी तेजस नेटवर्क से अपनी हिस्सेदारी खत्म कर दी है। इस खबर के सामने आने के बाद तेजस नेटवर्क के शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिली और 22 जुलाई को स्टॉक ने 52 सप्ताह का नया न्यूनतम स्तर छुआ।
केडिया के पोर्टफोलियो में 14 स्टॉक्स शामिल
दरअसल, विजय केडिया की इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजी को कई छोटे निवेशक फॉलो करते हैं। उनके पोर्टफोलियो में शामिल स्टॉक में दाव लगाते हैं। ऐसे में तेजस नेटवर्क हिस्सेदारी बेचने के बाद उनको फॉलो करने वाले निवेशकों ने भी अपनी हिस्सेदारी बेचनी शुरू कर दी, जिसके बाद से इसमें भारी गिरावट देखने को मिल रही है। ट्रेडलाइन डेटा के मुताबिक, 24 जुलाई 2025 तक विजय केडिया के पोर्टफोलियो में कुल 14 कंपनियों का नाम शामिल है, जिसकी कुल वैल्यू 1230.8 करोड़ रुपये है।
इन स्टॉक पर स्टार इन्वेस्टर का भरोसा
विजय केडिया ने सबसे अधिक निवेश अतुल ऑटो में किया है, जिसकी वैल्यू 273.3 करोड़ रुपये है। इसके बाद न्यूलैंड लैबोरेट्रीज में सबसे अधिक हिस्सेदारी है, जिसकी होल्डिंग वैल्यू 183.8 करोड़ रुपये है। इसके अलावा एलकॉन इंजीनियरिंग, टीएसी इन्फोसैक, सुदर्शन ग्लोबल, वैभव केमिकल, वैभव ग्लोबल, महिंद्रा रिसॉर्ट्स, रिप्रो, अफोर्डेबल रोबोटिक, इनोवेटर्स फसाड सिस्टम, सियाराम सिल्क मिल्स, ओम इन्फ्रा, प्रिसिजन कैमशाफ्ट्स, ग्लोबल वेक्ट्रा, हेरिटेज फूड्स, पटेल इंजीनियरिंग, टालब्रोस ऑटोमोटिव और पैनासोनिक एनर्जी जैसे स्टॉक्स का नाम शामिल हैं।
बेच दिए 18,00,000 शेयर
विजय केडिया ने वित्तीय वर्ष 2026 की पहली तिमाही में तेजस नेटवर्क्स को भारी घाटा होने के बाद अपनी हिस्सेदारी कम की है। उन्होंने केडिया सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड के जरिए 18,00,000 शेयर या 1.02 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिकवाली की है। बता दें कि फाइनेंशियल ईयर 2026 की पहली तिमाही में वायरलाइन और वायरलेस टेलीकॉम डेटा प्रोडक्ट्स कंपनी को 193.9 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है, जबकि बीते साल की समान तिमाही में कंपनी को 77.48 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।
बुरे दौर से गुजर रही कंपनी
इसके अलावा, कंपनी की इनकम भी 87.1% गिरकर 201.98 करोड़ रुपये रह गई, जबकि पिछले साल 1,562.77 करोड़ रुपये थी। EBITDA भी निगेटिव में चला गया, जिसमें 135.67 करोड़ का नुकसान हुआ। वहीं, पहले साल 230.03 करोड़ रुपये का मुनाफा था। इन आंकड़ों से पता चलता है कि कंपनी बुरे दौर से गुजर रही है। यही कारण है कि विजय केडिया ने इस स्टॉक को अपने पोर्टफोलियो में जगह नहीं दी है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों के हैं, ना कि मिंट के। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से जांच लें।
Source: Mint