ब्रोकरेज ने दी खरीदने की सलाह
ब्रोकरेज फर्म HSBC ने स्टॉक पर अपनी रेटिंग को अपग्रेड किया है और इसके टारगेट प्राइस को 57 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है. ब्रोकरेज ने स्टॉक पर रेटिंग को अपग्रेड करके ‘बाय’ की रेटिंग दी है और अपने टारगेट प्राइस को 5,020 रुपये से बढ़ाकर 7,900 रुपये प्रति शेयर कर दिया है. यह स्टॉक के पिछले बंद भाव से 14.7 प्रतिशत की संभावित बढ़त को दर्शाता है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले वर्षों में डिवीज़ लैबोरेटरीज में मजबूत वृद्धि की संभावना है. यह वृद्धि मुख्य रूप से मध्यम अवधि में टिरज़ेपेटाइड (मधुमेह और वजन घटाने की दवा), अन्य पेप्टाइड-आधारित दवाओं और कंट्रास्ट मीडिया (एमआरआई और सीटी जैसे मेडिकल स्कैन में उपयोग की जाने वाली) के नेतृ्त्व में होगी.
ब्रोकरेज का अनुमान है कि वर्ष 2030 तक, डिवीज़ लैबोरेटरीज पेप्टाइड-आधारित दवाओं की बिक्री से लगभग 450 मिलियन डॉलर और कंट्रास्ट मीडिया प्रोडक्ट से लगभग 260 मिलियन डॉलर कमा सकती है.
ब्रोकरेज को उम्मीद है कि वित्तीय वर्ष 2025 से 2028 तक डिवीज़ लैबोरेटरीज की प्रति शेयर आय (ईपीएस) प्रत्येक वर्ष औसतन 23 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी.
इससे पहले ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने स्टॉक पर ‘ओवरवेट’ रेटिंग को दोहराया था, जिसके लिए ब्रोकरेज ने 7,185 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस तय किया था.
यह तब हुआ जब डिवीज़ लैबोरेटरीज ने एक दीर्घकालिक समझौते के तहत एक प्रमुख वैश्विक दवा कंपनी को एंडवास इंटरमीडिएट्स (दवा बनाने के लिए प्रमुख कच्चा माल) की सप्लाई के लिए एक बड़े अंतरराष्ट्रीय सौदे की घोषणा की.
डिवीज़ लैब्स ने कहा कि वह अपनी प्रोडक्शन कैपेसिटी का विस्तार करने के लिए 650 से 700 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है, उम्मीद है कि इससे रेवेन्यू में बड़ी वृद्धि होगी. कंपनी ने यह भी कहा कि नई मन्यूफैक्चिरिंग फैसिलिटी जनवरी 2027 तक काम करना शुरू कर देंगी.
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
Source: Economic Times