पेटीएम ने पलटी बाज़ी, बड़े नुकसान से उभरकर प्रॉफिट कमाया, स्टॉक 52वीक हाई के करीब, तिमाही नतीजे के खास बातें

फिनटेक प्लेटफॉर्म पेटीएम को संचालित करने वाली कंपनी One 97 Communications Ltd ने वित्तवर्ष 2026 की पहली तिमाही के नतीजे पेश करते हुए नुकसान वाली बाज़ी को प्रॉफिट में बदल दिया है. कंपनी ने तिमाही नतीजों में प्रभावशाली आंकड़े दर्ज किये.

पेटीएम ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 122.5 करोड़ रुपये के कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट कमाया, जबकि एक साल पहले इसी तिमाही में उसे 839 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. इस तरह कंपनी ने मुश्किल समय में अपना अच्छा प्रदर्शन दिखाया और फिर से प्रॉफिट के रास्ते पर आई. कंपनी की इस प्रॉफिटिबिलिटी के संकेत को लगातार बढ़ते शेयर प्राइस में महसूस किया जा सकता है. नतीजों से पहले भी One 97 Communications Ltd के शेयर 3.50% की तेज़ी के साथ 1053.10 रुपए के लेवल पर बंद हुए. यह स्टॉक अब अपने 52 वीक हाई लेवल 1062.95 रुपए के लेवल पर आ चुका है. कंपनी का मार्केट कैप 67.15 हज़ार करोड़ रुपए है.
तिमाही नतीजों में कहा गया कि कंपनी का परिचालन राजस्व 1,917 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में दर्ज 1,502 करोड़ रुपये से 28% अधिक है. वन97 कम्युनिकेशंस ने वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में 540 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था.
इस बीच तिमाही आधार पर राजस्व में मामूली वृद्धि हुई, जो वित्त वर्ष 2025 की जनवरी-मार्च तिमाही में दर्ज 1,911 करोड़ रुपये से 0.3% अधिक है.
सब्सक्रिप्शन मर्चेंट की नंबर्स में बढ़ोतरी, हाई GMV और फाइनेंशियल सर्विस से राजस्व में वृद्धि के कारण, पेटीएम का परिचालन राजस्व साल-दर-साल 28% बढ़कर 1,918 करोड़ रुपये हो गया.
कंपनी का योगदान लाभ 1,151 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 52% अधिक है और योगदान मार्जिन 60% (पिछले वर्ष की तुलना में 10 प्रतिशत अंक अधिक) रहा, जो कि बेहतर शुद्ध भुगतान राजस्व, वित्तीय सेवा राजस्व के वितरण में अधिक हिस्सेदारी तथा प्रत्यक्ष व्यय में कमी के कारण संभव हुआ.
कंपनी की फाइलिंग में कहा गया है कि उसका EBITDA और PAT (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) क्रमशः 72 करोड़ रुपये (4% मार्जिन) और 123 करोड़ रुपये के मुनाफे में रहे.

इसका कैश बैलेंस 12,872 करोड़ रुपये रहा, जिससे मर्चेंट पेमेंट, फाइनेंशियल सर्विस के वितरण और AI-आधारित नवाचारों के विस्तार के लिए पूंजीगत लचीलापन मिला.

Source: Economic Times