पावर सेक्टर का ये पीएसयू स्टॉक अपने हाई लेवल से 25% गिरा, कंपनी का लॉस भी हुआ डबल, क्या कह रहें हैं ब्रोकरेज?

नई दिल्ली: पावर सेक्टर की पीएसयू कंपनी Bharat Heavy Electricals Ltd के स्टॉक में गुरुवार को गिरावट देखने को मिल रही है. स्टॉक 6 प्रतिशत से ज़्यादा की गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है. इसका कारण यह है कि कंपनी ने बुधवार को अपना क्वार्टर रिजल्ट घोषित किया, जिसमें उसका नेट लॉस पिछले साल की तुलना में डबल हो गया है. लेकिन इस दौरान कंपनी को रेवेन्यू के फ्रंट पर थोड़ी सी राहत मिली है.

कंपनी का क्वार्टर रिजल्ट

कंपनी ने बुधवार को बताया कि उसका नेट लॉस इस तिमाही में पहले से डबल हो गया है. कंपनी ने बताया कि उसने 30 जून, 2025 को समाप्त पहली तिमाही के लिए 455.4 करोड़ रुपये का नेट लॉस दर्ज किया. जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह 211 करोड़ रुपये था.
हालांकि कंपनी का रेवेन्यू इस तिमाही में थोड़ा सा बढ़ गया. कंपनी का ऑपरेशन से रेवेन्यू 0.4 प्रतिशत बढ़कर 5,486.9 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 5,484.9 करोड़ रुपये था.

हालांकि कंपनी ने लेटेस्ट तिमाही के दौरान कुल 5,658.07 करोड़ रुपये की इनकम अर्जित की, जो पिछले वर्ष इसी तिमाही में अर्जित ₹5,581.78 करोड़ से थोड़ी अधिक है. हालांकि, इस दौरान कंपनी का कुल खर्च भी बढ़ा है. वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के ₹5,874.98 करोड़ से बढ़कर चालू तिमाही में ₹6,279.78 करोड़ हो गए.

क्या कह रहे हैं ब्रोकरेज?

हालांकि इस क्वार्टर में खराब प्रदर्शन के बावजूद ब्रोकरेज फर्म पीएसयू स्टॉक पर बुलिश बने हुए है. उनका मानना है कि कंपनी की ऑर्डर बुक बहुत मजबूत है, जिसका फायदा उसे मिल सकता है.
ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने कहा कि पहली तिमाही में बीएचईएल के नतीजे बहुत अच्छे नहीं रहे, लेकिन फिर भी उन्होंने इस शेयर को खरीदने की सलाह दी है. उन्होंने बताया कि बीएचईएल को ढेर सारे नए ऑर्डर मिल रहे हैं, जिससे उनके इस विश्वास को बल मिलता है कि थर्मल पावर प्रोजेक्ट्स वापसी कर रही हैं. चूँकि बीएचईएल इस बाज़ार के 90% से ज़्यादा हिस्से पर कब्ज़ा रखता है, इसलिए अगले 2 से 3 सालों में उसे लगभग 17 गीगावाट (GW) प्रोजेक्ट्स के ऑर्डर मिल सकते हैं.
ब्रोकरेज को बीएचईएल की परियोजनाओं के क्रियान्वयन में कुछ देरी की आशंका है और इसीलिए उसने कंपनी की अनुमानित आय में कटौती की है. खास तौर पर, उसने वित्त वर्ष 2026 के लिए प्रति शेयर अपेक्षित आय (ईपीएस) में लगभग 15% और वित्त वर्ष 2027 के लिए 5% की कटौती की है. इन संशोधित अनुमानों के चलते, ब्रोकरेज ने बीएचईएल के शेयर के लिए अपना टारगेट प्राइस भी 360 रुपये से घटाकर 335 रुपये कर दिया है.

(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स हिंदी के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)

Source: Economic Times