अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के संकेत कि केंद्रीय बैंक आने वाले समय में ब्याज दरों में कटौती के लिए तैयार है, जिससे सितंबर में रेट कट की उम्मीद बढ़ गई है. इस घोषणा के बाद ग्लोबल मार्केट्स में सप्ताह का अंत मजबूती के साथ हुआ.जैक्सन होल सिम्पोजियम में उनके बयान से वॉल स्ट्रीट में उत्साह बढ़ा, जिसका असर एशियाई और यूरोपीय बाजारों पर भी पड़ा और वे तेज़ी में आ गए.भारत में गिफ्ट निफ्टी 121 अंक की बढ़त के साथ 25,000 के स्तर पर बंद हुआ. इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि अगले सत्र में निफ्टी में गैप अप ओपनिंग हो सकती है. बाजार में शुक्रवार को सतर्कता का रुख रहा और बीएसई सेंसेक्स 693.86 अंक की गिरावट के साथ 81,306.85 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 213 अंक गिरकर 24870 पर बंद हुआ.
निफ्टी के महत्वपूर्ण लेवल
निफ्टी के लिए 25000 का लेवल अब एक बार फिर रजिसटेंस रहेगा. Nifty 50 इंडेक्स में अगर गैपअप ओपनिंग के लेवल से ऊपर हुई तो फिर एक बार यह लेवल रि टेस्ट हो सकता है.इसके ऊपर निफ्टी के लिए 25150 का लेवल सेलिंग ज़ोन है, जहां से गुरुवार को भी निफ्टी ने सेलिंग प्रेशर दिखाया था.
सपोर्ट लेवल देखें तो 24800 का लेवल निफ्टी के लिए बाइंग ज़ोन बना रहेगा. बाज़ार में किसी भी कमज़ोरी का सीन तब ही बनेगा, जबकि निफ्टी 24800 के लेवल से नीचे जाएगा.
पॉवेल के आंकड़ों पर आधारित दृष्टिकोण पर ज़ोर देने पर निवेशकों ने सतर्कता बरती. ग्लोबल मार्केट रिस्क सेंटीमेंट्स और घरेलू ब्याज दरों की अपेक्षाओं के प्रति संवेदनशीलता के कारण आईटी, फाइनेंशियल और रियल एस्टेट सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्रों में शामिल रहे.
यूएस मार्केट में तेज़ी
अमेरिकी बाजारों में शुक्रवार को ज़बरदस्त तेज़ी देखी गई, जहां डॉव जोंस 846.24 अंक चढ़कर रिकॉर्ड 45,632 पर पहुंच गया. एसएंडपी 500 97 अंक बढ़कर 6,467 पर पहुंच गया, जबकि नैस्डैक 396.22 अंक या 1.88% बढ़कर 21,496.53 पर पहुंच गया.
इस उछाल ने एसएंडपी 500 को सप्ताह की शुरुआत में दिग्गज टेक स्टॉक में व्यापक बिकवाली के बाद पांच दिनों से चली आ रही गिरावट को थामने में मदद की. सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की संभावना पर ट्रेडर्स ने खरीदारी की.
इससे पहले दिन में एशियाई बाजारों में एशिया डॉव 0.74% बढ़कर 4,793.71 पर, जापान का निक्केई 225 0.05% बढ़कर 42,633.29 पर बंद हुआ. हांगकांग का हैंग सेंग 0.93% बढ़कर 25,339.14 पर और शंघाई कंपोजिट 1.45% बढ़कर 3,825.76 पर बंद हुआ.
जैक्सन होल में अपने संबोधन में पॉवेल ने अमेरिकी लेबर मार्केट में नरमी के संकेतों को स्वीकार किया, लेकिन किसी संभावित कटौती की पुष्टि करने से परहेज किया. उन्होंने कहा कि आगामी मुद्रास्फीति और रोजगार के आंकड़े महत्वपूर्ण होंगे. वीटी मार्केट्स के वैश्विक रणनीति प्रमुख रॉस मैक्सवेल ने कहा कि पॉवेल की टिप्पणियों से सितंबर में और संभवतः वर्ष के अंत में एक और कटौती की संभावना बढ़ गई है, जिससे एमसीएक्स पर सोने की कीमतों में तुरंत तेजी आई क्योंकि ट्रेडर्स ने डॉलर के कमजोर होने के बाद इस अवसर का लाभ उठाया.
Source: Economic Times