निफ्टी छूएगा 50000! रामदेव अग्रवाल का भरोसा भारत की ग्रोथ स्टोरी पर, बताया आगे अब कहां है निवेश का मौका

Motilal Oswal Financial Services के चेयरमैन और को-फाउंडर रामदेव अग्रवाल का मानना है कि अगले 5 सालों में निफ्टी 45,000 से 50,000 तक पहुंच सकता है. सीएनबीसी आवाज़ के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल ने खास प्रोग्राम गेट रिच में रामदेव अग्रवाल से निवेशकों को अब बाजार में क्या करना चाहिए और ट्रंप टैरिफ से बाजार पर क्या असर होगा? इस पर विस्तार से बातचीत की है.

रामदेव अग्रवाल का कहना है कि अच्छा डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाकर निवेशक अपना पैसा 5 साल में डबल कर सकते हैं. उन्होंने टैरिफ, डिफेंस, EV और मिड-स्मॉल कैप में निवेश से जुड़ी अहम बातें बताईं है.
निफ्टी 50 हज़ार?

भारत की मैक्रो इकोनॉमिक मजबूती और कॉर्पोरेट अर्निंग्स में सुधार के आधार पर उन्होंने कहा कि 5 साल में निफ्टी 45-50 हज़ार तक पहुंच सकता है.
निवेशकों को सलाह दी कि डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो बनाएं और पैसा निवेशित रखें, तभी लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिलेगा.
टैरिफ पर भारत को बढ़त
ट्रंप सरकार के टैरिफ फैसलों पर बोले कि अभी खेल के नियम साफ नहीं हैं. अगले 2-4 महीनों में तस्वीर साफ होगी. अगर अमेरिका दूसरे देशों पर ज्यादा टैरिफ लगाता है, तो भारत को एक्सपोर्ट में मौका मिल सकता है.
उन्होंने माना कि टैरिफ से अमेरिका में चीजें महंगी होंगी, लेकिन भारत जैसे देशों के लिए यह नया अवसर हो सकता है.
EV सेक्टर पर नजर: सीमित लेकिन संभावनाओं से भरा

Bajaj और TVS को इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में बताया अहम खिलाड़ी. कहा, कि EV एक ग्लोबल थीम है, लेकिन भारत में निवेश के मौके अभी सीमित हैं. इंडिविजुअल स्टॉक्स की बजाय थीमैटिक प्ले पर ध्यान देने की सलाह है.
डिफेंस थीम पर पॉजिटिव, ETF से करें निवेश
रामदेव अग्रवाल का मानना है कि डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर भारत के चलते बड़ा बदलाव आया है.कहा कि डिफेंस में कभी बड़े ऑर्डर मिलते हैं तो कभी काम कम रहता है,इसलिए लंबे समय के लिए निवेश करें औरETF के जरिए निवेश करना बेहतर होगा.
मिड-स्मॉल कैप्स में इनफ्लो बढ़ा, वैल्यूएशन महंगे
छोटे और मझोले शेयरों में रिस्क लेने का चलन बढ़ा है.अब इन कंपनियों के वैल्यूएशन पहले से महंगे हो गए हैं.“पहले ये शेयर 12–15 PE पर मिलते थे, अब री-रेटिंग के चलते दाम चढ़ गए हैं.
एफएंडओ कारोबार पर बोले
देश में 20 करोड़ डीमैट अकाउंट हो चुके हैं, लेकिन“छोटे शहरों के ट्रेडर्स को अभी भी तकनीक तक पूरी पहुंच नहीं है.
उन्होंने माना कि एफएंडओ में AI, एल्गो ट्रेडिंग बढ़ गई है. लेकिन सिर्फ वायदा के घाटे पर बात करना सही नहीं.
SEBI की हालिया रिपोर्ट पर बोले-“स्टडी में सिर्फ फ्यूचर्स को कवर किया गया, जबकि कई ट्रेडर्स वायदा के सौदे को कैश में कवर करते हैं.

सेक्टर सलाह
निफ्टी 5 साल में पैसा डबल हो सकता है
पोर्टफोलियो डायवर्सिफाइड रखें
EV फिलहाल सीमित विकल्प, पर लंबी रेस का घोड़ा
डिफेंस ETF के जरिए निवेश करें
मिड-स्मॉल कैप वैल्यूएशन महंगे हैं, सोच-समझकर निवेश करें
वायदा फायदा-नुकसान दोनों का संतुलन देखना चाहिए

रामदेव अग्रवाल की सोच साफ है — भारत की ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा रखिए, सेक्टर्स में सलेक्टिव होकर थीमैटिक निवेश कीजिए, और ट्रेडिंग में सिर्फ वायदा नहीं, पूरे पोर्टफोलियो पर नजर रखिए. आने वाले 5 साल निवेशकों के लिए गेमचेंजर साबित हो सकते हैं – अगर रणनीति साफ हो.
(डिस्क्लेमर: CNBC TV18 हिंदी/ CNBC आवाज पर दी गई सलाहें या विचार एक्सपर्ट, ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार हैं, वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके प्रति जिम्मेदार नहीं है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या सर्टिफाइड एक्सपर्ट से राय जरूर लें.)

Source: CNBC