बाज़ार में आई इस तेज़ी से बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 6 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 451.70 लाख करोड़ रुपये हो गया. बेंचमार्क इंडेक्स पर ऑटो और कंज़्यूमर स्टॉक में सबसे ज़्यादा तेज़ी रही, जो क्रमशः 3.4% और 1.8% की बढ़त में आए. मिड-कैप और स्मॉल-कैप सूचकांकों में लगभग 1% की बढ़त दर्ज की गई.
बाज़ार को जब आगे जाने के लिए ट्रिगर की ज़रूर थी, तब वह उसे मिला और निवेशकों ने खरीदारी की. बाज़ार की बढ़त के बाद अब इसमें ऊंचे लेवल पर सपोर्ट ज़ोन बनेंगे और जब प्रॉफिट बुकिंग आएगी तो ते सपोर्ट लेवल एक्टिव रहेंगे. बाज़ार में आज की तेज़ी के पीछे ये कारण रहे.
ट्रम्प-पुतिन मुलाकात का असर
अलास्का में शुक्रवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन में युद्धविराम की बजाय शांति समझौते को प्राथमिकता देने के मास्को के रुख से अधिक सहमति का संकेत दिया.
ट्रंप सोमवार को यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की और यूरोपीय नेताओं से कीव के लिए संभावित सुरक्षा गारंटी पर चर्चा करने वाले हैं, हालांकि ठोस प्रस्ताव अभी भी अस्पष्ट हैं, लेकिन हालात बेहतर होने की उम्मीद है.
ट्रंप-पुतिन वार्ता के बाद वाशिंगटन द्वारा रूसी निर्यात पर नए प्रतिबंध लगाने से पीछे हटने के बाद तेल की कीमतों में गिरावट आई. ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्हें अभी चीन जैसे उन देशों पर जवाबी टैरिफ लगाने पर विचार करने की आवश्यकता नहीं है जो रूसी तेल खरीदना जारी रखे हुए है. हालांकि वह “दो या तीन हफ़्तों में” इस मुद्दे पर फिर से विचार कर सकते हैं.
इस घटनाक्रम के बाद भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता 27 अगस्त की समयसीमा से पहले होने की संभावना नहीं है. भारत पर संभावित 50% टैरिफ की ‘ट्रम्प तलवार’ बाजार के उत्साह को कम कर सकती है. रूस-यूक्रेन संघर्ष पर आज होने वाली व्हाइट हाउस बैठक के नतीजों पर कड़ी नज़र रहेगी.
जीएसटी रिफॉर्म
अमेरिका के साथ ट्रेड तेंशन के बीच विकास को समर्थन देने के उद्देश्य से व्यापक टैक्स रिफॉर्मेशन को आगे बढ़ाने की भारत सरकार की योजना से शेयर बाज़ार के सेंटीमेंट्स को बल मिला.
भारत ने छोटी कारों पर जीएसटी को 28% से घटाकर 18% करने का प्रस्ताव दिया है. रॉयटर्स ने एक सरकारी स्रोत का हवाला देते हुए बताया, जो शुक्रवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित व्यापक उपभोग कर कटौती का हिस्सा है. इस कदम से देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी सहित वाहन निर्माताओं की बिक्री में तेजी आने की उम्मीद है. रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्र सरकार छोटी पेट्रोल और डीजल कारों पर जीएसटी को घटाकर 18% करने के साथ-साथ स्वास्थ्य और जीवन बीमा प्रीमियम में 5% या मौजूदा 18% से शून्य करने पर भी विचार कर रही है.
बाजार के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं और इसे और ऊपर ले जाने की क्षमता है. दिवाली तक जीएसटी सुधारों के अगले फेज़ की प्रधानमंत्री की घोषणा एक बड़ी सकारात्मक बात है. उम्मीद है कि ज़्यादातर जीएसटी 5% और 18% की कर दरों के दायरे में आ जाएंगी.
एस एंड पी अपग्रेड
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने गुरुवार को भारत की लॉन्ग टर्म सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को स्थिर दृष्टिकोण के साथ “बीबीबी” से बढ़ाकर “बीबीबी” कर दिया, जो देश का 18 वर्षों में पहला अपग्रेड है. इस कदम से 10 साल के सरकारी बॉन्ड यील्ड लगभग 10 आधार अंक घटकर 6.4% हो गया. एजेंसी ने भारत की मजबूत आर्थिक वृद्धि, बेहतर मौद्रिक नीति विश्वसनीयता और निरंतर राजकोषीय कंसोलिडेशन को अपग्रेड के कारणों के रूप में उद्धृत किया. यह मई में एसएंडपी के भारत के दृष्टिकोण को स्थिर से सकारात्मक करने के फैसले के बाद है, जिसमें मजबूत विकास और सरकारी खर्च की बेहतर गुणवत्ता पर प्रकाश डाला गया है.
एशियाई बाज़ारों की मज़बूती
अमेरिकी ब्याज दर नीति के निर्णायक सप्ताह से पहले रिस्क के माहौल के कारण सोमवार को एशियाई शेयर बाजारों में तेज़ी देखी गई, जबकि रूस से सप्लाय बाधित होने की आशंका कम होने से तेल की कीमतों में गिरावट आई.
जापान और ताइवान के बेंचमार्क सूचकांक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए, जबकि चीनी ब्लू चिप्स 10 महीनों के अपने सबसे मज़बूत स्तर पर पहुंच गए. जापान के बाहर एशिया-प्रशांत शेयरों का व्यापक MSCI सूचकांक पिछले हफ़्ते चार साल के शिखर पर पहुंचने के बाद थोड़ा कम हुआ. चीनी ब्लू चिप्स स्टॉक 1% चढ़े.
सपोर्ट लेवल से खरीदारी
निफ्टी ने पिछले दिनों 24500 के लेवल को अपना बेस बनाए रखा था. ग्लोबल मार्केट से टैरिफ और अन्य खबरों के कारण बाज़ार में सपोर्ट लेवल पर कंसोलिडेशन जारी रहा और आज मार्केट में ट्रिगर के बाद तूफानी खरीदारी देखी गई.
निफ्टी जब 24500-24600 के दायरे में था, तब की इंडेक्स हैवीवेट स्टॉक सपोर्ट लेवल पर थे, जहां से इनमें बड़ी खरीदारी आई.
निफ्टी के लिए अब 24800 का लेवल महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल होगा, जहां से एक बार फिर बाज़ार में खरीदारी देखी जा सकती है. फिलहाल निफ्टेए को 25100 के लेवल पर रजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है.
Source: Economic Times