नियामकीय फाइलिंग में कंपनी ने दी जानकारी
डेक्कन गोल्ड माइंस ने एक रेग्युलेटरी फाइलिंग में बताया कि जियोमिसोर को CTO की मंजूरी मिल गई है, जो इस प्रोजेक्ट के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। अब कंपनी इस स्वर्ण परियोजना के संचालन चरण की शुरुआत कर सकती है।
पर्यावरण स्वीकृति पहले ही मिल चुकी थी
इससे पहले कंपनी को पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) की विशेषज्ञ मूल्यांकन समिति (EAC) से 25 मार्च 2025 को पर्यावरण मंजूरी मिल चुकी थी। इसकी आधिकारिक घोषणा मंत्रालय की वेबसाइट पर 18 अप्रैल को की गई थी।
जनसुनवाई के बाद शुरू हुई प्रक्रिया
प्रोजेक्ट से पहले फरवरी में जोनागिरी, आंध्र प्रदेश में जनसुनवाई करवाई गई थी। इसके बाद कंपनी ने MoEFCC से पर्यावरण मंजूरी मांगी और फिर अप्रैल में APPCB से ऑपरेशन की मंजूरी के लिए आवेदन किया।
भारत के अग्रणी प्राइवेट गोल्ड प्रोजेक्ट्स में शामिल
जोनगिरी प्रोजेक्ट भारत में प्राइवेट सेक्टर द्वारा विकसित किए जा रहे सबसे उन्नत स्वर्ण खनन प्रोजेक्ट्स में से एक है। कंपनी ने कहा है कि वह भविष्य की सभी गतिविधियों की जानकारी अपने निवेशकों को नियमित रूप से देती रहेगी।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
Source: Economic Times