कंपनी ने की पार्टनरशिप
सरकारी स्वामित्व वाली रक्षा कंपनी मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड ने अंतरराष्ट्रीय रक्षा कंपनी नेवल ग्रुप के साथ एक आधिकारिक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. यह समझौता तकनीक साझा करने के लिए है ताकि भारत भारतीय नौसेना की कलवरी क्लास की पनडुब्बियों पर स्थानीय स्तर पर विशेष एनर्जी सिस्टम प्लग लगा सके. यह जानकारी 23 जुलाई को एक बयान में साझा की गई.
समझौते के तहत, मझगांव डॉक भारतीय नौसेना की कलवरी क्लास की पनडुब्बियों में भारत के डीआरडीओ द्वारा निर्मित एनर्जी सिस्टम प्लग लगाएगा. वे इस कार्य के लिए फ्रांस के नौसेना समूह की तकनीक का उपयोग करेंगे, जिसे मूल रूप से स्कॉर्पीन पनडुब्बियों के लिए विकसित किया गया था.
“जंबोइज़ेशन” नाम की इस प्रक्रिया में पनडुब्बी की बॉडी को सावधानीपूर्वक काटना, एनर्जी प्लग को सुरक्षित रूप से जोड़ना और फिर स्ट्रक्चर को वापस जोड़ना शामिल है ताकि पनडुब्बी ठीक से काम करे. चूँकि नेवल ग्रुप इस पनडुब्बी को खुद बनाता है, इसलिए वे मझगांव डॉक के इंजीनियरों को स्पेशल सहायता, स्पेशल सामग्री और ट्रेनिंग प्रदान करके इस प्रक्रिया का मार्गदर्शन करेंगे.
एमडीएल में पनडुब्बी प्रभाग के प्रमुख एसबी जामगांवकर ने कहा कि उन्हें नेवल ग्रुप के साथ अपनी साझेदारी को मज़बूत करने में खुशी हो रही है. उन्होंने आगे कहा कि दोनों कंपनियाँ पी75 प्रोजेक्ट के तहत स्कॉर्पीन पनडुब्बियों में डीआरडीओ द्वारा विकसित प्रोपलजम सिस्टम को सफलतापूर्वक जोड़ने के लिए मिलकर काम करेंगी.
दिसंबर 2024 में, डिफेंस मिनिस्ट्री ने भारतीय पनडुब्बियों की ऑपरेटिंग ताकत को बढ़ाने के लिए लगभग 2,867 करोड़ रुपये के दो कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए थे.
रिटेल इंवेस्टर्स की हिस्सेदारी भी बढ़ी
बीएसई पर स्टॉक के शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक, कंपनी के पास मौजूदा समय में 700,446 रिटेल इंवेस्टर्स है. ये वह लोग है जिनके पास कंपनी में 2 लाख रुपये तक का निवेश है. वहीं मार्च 2025 की तिमाही तक कंपनी में रिटेल इंवेस्टर्स की संख्या 658,400 थी.
Source: Economic Times