ट्रेंट के शेयरों को लेकर ब्रोकरेज का क्या है कहना? क्या अब बिकवाली ही सही फैसला है? दमदार कंपनी को क्या हो गया अचानक?

शुक्रवार को ट्रेंट के शेयरों में 11% से अधिक की बड़ी गिरावट दर्ज की गई, जो 7 अप्रैल के बाद की सबसे बड़ी एक दिन में गिरावट है। इस गिरावट की प्रमुख वजह कंपनी की ओर से पहली तिमाही में अपेक्षाकृत कमजोर ग्रोथ की संभावना जताना रही, जिससे निवेशकों ने मुनाफा वसूली शुरू कर दी। कंपनी ने एक बिजनेस अपडेट में बताया कि उसे पहली तिमाही में केवल 20% की राजस्व वृद्धि की उम्मीद है, जो विश्लेषकों के मुताबिक पहले जताए गए अनुमान से काफी कम है।

इस घोषणा के बाद ट्रेंट के शेयर दिनभर में लगभग 14% तक टूट गए और अंत में 11.8% की गिरावट के साथ 5,456 रुपये पर बंद हुए। विश्लेषकों का मानना है कि इस गिरावट के बाद भी शेयर में आगे 4-5% की और गिरावट संभव है, और जब तक कंपनी की ओर से ग्रोथ ट्रैक को लेकर स्पष्टता नहीं आती, तब तक निवेशकों को इस स्टॉक से दूरी बनाए रखनी चाहिए।
फिनाज़ेन इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी के डायरेक्टर हेमंग जानी ने कहा कि मई और जून के दौरान कंपनी ने लंबे समय के लिए 25% की सालाना ग्रोथ का लक्ष्य रखा था, जिसे बाजार ने सकारात्मक रूप में लिया था। लेकिन नए अपडेट में स्टैंडअलोन ग्रोथ केवल 20% रहने का अनुमान बताया गया है, जो निवेशकों के लिए निराशाजनक है।

हेमंग जानी के मुताबिक, जब कोई भरोसेमंद कंपनी जो हाई PE मल्टीपल पर ट्रेड करती है, अपने ग्रोथ अनुमान को कम करती है, तो उसका सीधा असर शेयर प्राइस पर पड़ता है, जैसा कि ट्रेंट के साथ हुआ। उन्होंने आगे कहा कि शुरुआती गिरावट के बाद भी ट्रेंट के शेयरों में 4-5% की और गिरावट की संभावना है, और जब तक ग्रोथ ट्रैक और आय को लेकर पारदर्शिता नहीं आती, तब तक निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में ट्रेंट के शेयरों ने जबरदस्त रिटर्न दिया है। पिछले पांच वर्षों में कंपनी के शेयरों में 785.7% की बढ़त दर्ज की गई, और साल 2024 में यह Nifty का टॉप परफॉर्मर रहा, जहां इसके शेयरों में 133.2% की बढ़त देखी गई। इसी अवधि में Nifty इंडेक्स में क्रमशः 140% और 8.8% की बढ़त हुई।
हालांकि 2025 की शुरुआत से अब तक Trent के शेयरों में 22.4% की गिरावट आ चुकी है, जबकि इसी दौरान Nifty ने 7.3% की बढ़त दर्ज की है। इस गिरावट ने निवेशकों को चौंका दिया है, खासकर तब जब कंपनी का पिछला ट्रैक रिकॉर्ड इतना दमदार रहा हो।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने भी ट्रेंट के शेयर पर रेटिंग को घटाकर ‘होल्ड’ कर दिया है और टारगेट प्राइस को 6,627 रुपये से घटाकर 5,884 रुपये कर दिया है। कंपनी के मुताबिक, पहली तिमाही (Q1FY26) की ग्रोथ की दिशा उम्मीद से कमजोर लग रही है, जबकि बीते वर्षों में कंपनी का ग्रोथ ट्रैक रिकॉर्ड लगभग 35% CAGR रहा है।
नुवामा के अनुसार, मौजूदा ग्रोथ रेट कंपनी के ही 25% के दीर्घकालिक लक्ष्य से भी नीचे है, जिससे कंपनी के ग्रोथ आउटलुक का फिर से मूल्यांकन जरूरी हो गया है।
हेमंग जानी ने अंत में यह भी कहा कि यह देखना अभी बाकी है कि कमजोर ग्रोथ केवल इस तिमाही तक सीमित है या आगे भी जारी रहेगी, और इसके संकेत कंपनी की आगामी अर्निंग्स रिपोर्ट से मिल सकते हैं।

(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)

Source: Economic Times