टाटा ग्रुप की बड़ी कंपनी टाटा स्टील 30 जुलाई, बुधवार को वित्तवर्ष 2026 की पहली तिमाही के नतीजों की घोषणा करेगी. इस कंपनी द्वारा वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में प्रॉफिटिबिलिटी में साल-दर-साल तेज़ ग्रोथ दर्ज करने की उम्मीद है. कंपनी पॉज़िटिव नंबर्स पोस्ट कर सकती है, जो इसके भारतीय कारोबार में बेहतर मार्जिन, कम इनपुट कॉस्ट, विशेष रूप से कोकिंग कोल के कारण है.
प्लांट मैनटेनेंस और निर्यात संबंधी बाधाओं के कारण मात्रा में संभावित गिरावट के बावजूद परिचालन प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार का अनुमान है. कॉस्ट ऑप्टिमाइज़ेशन के कारण यूरोपीय ऑपरेशन्स, विशेष रूप से नीदरलैंड में से होने वाले नुकसान में कमी आने की उम्मीद है. हालांकि रेवेन्यू ग्रोथ धीमी रहने का अनुमान है. अधिकांश ब्रोकरेज फर्म साल-दर-साल और क्रमिक गिरावट का अनुमान लगा रहे हैं.
ब्रोकरेज फर्मों का अनुमान इस प्रकार है
प्रॉफिट आफ्टर टैक्स
यस सिक्योरिटीज का अनुमान है कि टाटा स्टील का प्रॉफिट 1,486 करोड़ रुपये हो सकता है, जिसमें सालाना आधार पर 55% की ग्रोथ, तिमाही आधार पर 14% की बढ़ोतरी देखी जा सकती है.
नुवामा ने अनुमान लगाया कि टाटा स्टील में 1,680 करोड़ रुपये का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स देखा जा सकता है, जिसमें वर्ष दर वर्ष 26% की ग्रोथ, तिमाही दर तिमाही 1% की गिरावट देखी जा सकती है.
कोटक इक्विटीज ने 1,773 करोड़ रुपये का अनुमान लगाया है. प्रॉफिट सालाना आधार पर 35% की ग्रोथ, तिमाही आधार पर 5% की बढ़ोतरी हो सकती है.
ब्रोक्रेज हाउस नुवामा ने बिक्री मात्रा में 15% तिमाही-दर-तिमाही गिरावट (4.75 मिलियन टन) के लिए प्लांट के मैंटेनेंस के लिए निर्धारित समय पर बंद होने और निर्यात मांग में कमी को जिम्मेदार ठहराया. यस के राजस्व अनुमानों में वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही से बिक्री में गिरावट का अनुमान लगाया गया है.
शेयर प्राइस पर प्रभाव
टाटा स्टील के सालाना प्रॉफिट में बड़ी ग्रोथ देखी जा सकती है, जिसका असर उसके शेयर प्राइस पर पड़ सकता है. अगर तिमाही नतीजे अनुमान के अनुरूप रहे तो टाटा स्टील के शेयर प्राइस 170 रुपए के लेवल तक जा सकते हैं.
Source: Economic Times