जून तिमाही में 30% बढ़ा Bajaj Finserv का मुनाफा, शेयरों की गिरावट पर लगा ब्रेक

Bajaj Finserv Q1 Result: चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 के कारोबारी नतीजे आने के बाद बजाज फिनसर्व के शेयरों की गिरावट पर ब्रेक लग गया। जून तिमाही में सालाना आधार पर बजाज फिनसर्व का शुद्ध मुनाफा 30% से अधिक बढ़ा तो कारोबारी रेवेन्यू भी 12% से अधिक उछल गया। इसके चलते बजाज फिनसर्व के शेयर संभल गए। नतीजे आने से पहले इंट्रा-डे में यह 4.82% टूटकर ₹1934.15 के भाव तक आ गया था। हालांकि नतीजे आते ही इसने रिकवर होने की कोशिश की लेकिन कमजोर मार्केट सेंटिमेंट और तिमाही आधार पर रेवेन्यू और प्रीमियम में गिरावट के चलते हल्का दबाव भी बना रहा। आज बीएसई पर यह 2.29% की गिरावट के साथ ₹1985.55 पर  बंद हुआ है।

Bajaj Finserv के लिए कैसी रही जून तिमाही?

चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2025 में सालाना आधार पर ₹2,138 करोड़ से 30.5% उछलकर ₹2,789 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कारोबार से रेवेन्यू ₹31,479.93 करोड़ से 12.5% उछलकर ₹35,439.08 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान लाइफ इंश्योरेंस का ग्रास रिटेन प्रीमियम 9% उछल गया लेकिन तिमाही आधार पर इसमें 41% की गिरावट आई। जनरल इंश्योरेंस का ग्रास रिटेन प्रीमियम सालाना आधार पर 9% बढ़ा लेकिन तिमाही आधार पर इसमें 20% की गिरावट आई है। वहीं तिमाही आधार पर कंपनी का शुद्ध मुनाफा ₹2,416.64 करोड़ से 15% बढ़ा है लेकिन रेवेन्यू ₹36,595.36 करोड़ से 3% गिरा है। अब खर्च की बात करें तो सालाना आधार पर यह 10.72% बढ़कर ₹28,248.32 करोड़ पर पहुंच गया।

एक साल में कैसी रही शेयरों की चाल?

बजाज फिनसर्व के शेयर पिछले साल 16 अगस्त 2024 को ₹1,523.75 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है। इस निचले स्तर से यह आठ महीने में 40.08% उछलकर 24 अप्रैल 2025 को ₹2134.45 पर पहुंच गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है।

Bajaj Finance के लिए कैसी रही जून तिमाही?

एक कारोबारी दिन पहले बजाज ग्रुप की नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) बजाज फाइनेंस ने भी जून तिमाही के कारोबारी नतीजे पेश किए थे। बजाज फाइनेंस का जून तिमाही में कंसालिडेटेड बेसिस पर शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 20% बढ़कर ₹4699.61 करोड़ पर पहुंच गया। कारोबार से कंसालिडेटेड रेवेन्यू भी 21% बढ़कर 19,523.88 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि इसके बावजूद देश जेपीमॉर्गन ने देश के सबसे बड़े नॉन-बैंक लेंडर की रेटिंग को ओवरवेट से घटाकर न्यूट्रल कर दिया। बजाज फाइनेंस का भी कहना है कि दोपहिया, तिपहिया और एमएसएमई सेगमेंट में दबाव बना हुआ है और इस वित्त वर्ष 2026 में एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) की ग्रोथ सुस्त बनी रह सकती है। शेयरों को लेकर बात करें तो इसे कवर करने वाले 39 एनालिस्ट्स में से 20 ने इसे खरीदारी, 14 ने होल्ड और पांच ने सेल रेटिंग दी है।

Source: MoneyControl