Reliance Industries Ltd के शेयर मंगलवार को 1.75% की तेज़ी के साथ 1,526.80 रुपए के लेवल पर बंद हुए. कंपनी का मार्केट कैप 20 लाख करोड़ रुपए का आंकड़ा पार करते हुए 20.68 लाख करोड़ रुपए हो गया है. पिछले एक माह में रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के शेयर में 8% की तेज़ी आई है. यह मामूली बढ़त इसलिए भी नहीं है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज़ इंडेक्स हैवीवेट स्टॉक है और इसकी तेज़ी से सेंसेक्स और निफ्टी को सहारा मिलता है.
पिछले 6 माह में RIL के शेयर प्राइस 25% तक बढ़ चुके हैं,लेकिन इसके बावजूद भी स्टॉक का सालाना रिटर्न 2% नेगेटिव ही है. लेकिन अब ऐसा लगता है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के शेयर प्राइस अपने निवेशकों के फेवर में मूव करने के लिए तैयार हैं.
रिलायंस इंड्स्ट्रीज़ के डेली चार्ट पर देखें तो 23 जून को आई बड़ी बाइंग इस स्टॉक में रेंज ब्रेक आउट में बदल चुकी है और अब इसमें हायर हाई, हायर लो के पैटर्न बन रहे हैं. मोमेंटम इंडिकेटर आरएसआई भी 70 पर बना हुआ है,जो बता रहा है कि स्टॉक में काफी जान है.
ब्रोकरेज हाउस दे रहे हैं बड़े टारगेट
ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) के लिए 1,801 रुपये का हाईएस्ट टारगेट प्राइस दिया है. ब्रोक्रेज हाउस ने अनुमान लगाया कि सोलर मॉड्यूल के प्रोडक्शन से 2017 में रिलायंस जियो के लॉन्च के बाद जैसी स्थिति बनी थी, उसी तरह की रि-रेटिंग हो सकती है.
कुछ समय पहले एनालिस्ट की बैठक में आरआईएल ने 1 गीगावाट की क्षमता के साथ एचजेटी मॉड्यूल विनिर्माण सुविधा की अपनी पहली लाइन शुरू करने की घोषणा की, जिसे चरणबद्ध तरीके से कैलेंडर वर्ष 26 की शुरुआत तक पूरी तरह से इंटीग्रेटेड 10 गीगावाट तक बढ़ाया जा सकता है.
सोलर मॉड्यूल के प्रोडक्शन से बदलेगा गेम
आरआईएल ने आकर्षक घरेलू बाजार में अपने एचजेटी मॉड्यूल बेचने की पेशकश की है, क्योंकि इसके पावर प्रोडक्शन बिज़नेस के शुरू होने में अभी कुछ समय बाकी है.
नुवामा ने कहा, “आरआईएल के मॉड्यूल बिज़नेस (20 गीगावॉट क्षमता) से 20 बिलियन डॉलर का ईवी प्राप्त होता है, जो आरआईएल के लिए मूल्यांकन को फिर से निर्धारित कर सकता है, जो 2017 में आरजेआईओ के लॉन्च के बाद देखे गए ट्रेंड के समान है. आरआईएल का न्यू एनर्जी रोलआउट न केवल पीएटी में 50% से अधिक जोड़ेगा, बल्कि 2035 तक अपने नेट-जीरो कार्बन लक्ष्य को देखते हुए ओ2सी व्यवसाय सहित मूल्यांकन को भी फिर से निर्धारित करेगा.
O2C वर्तमान में RIL का सबसे बड़ा प्रॉफिट बेस है, जो EBITDA के दो-पांचवें हिस्से और जिम्मेदार PAT के आधे से अधिक का योगदान देता है. इंटीग्रेटे सोलर सुविधाओं के अलावा RIL 30 GWh बैटरी सुविधा स्थापित करने की योजना बना रही है. ग्रीन हाइड्रोजन और इलेक्ट्रोलाइज़र विनिर्माण पटरी पर है, कंपनी ने नेल एएसए के साथ एक टेक टाई अप की घोषणा की है. कंपनी का लक्ष्य 55 CBG प्लांट स्थापित करना भी है.
Source: Economic Times