गिफ्ट निफ्टी में बड़ी गिरावट, ट्रंप के 25% टैरिफ के बाद बाजार में भूचाल के संकेत

बुधवार को लगातार दूसरे दिन निफ्टी में मामूली तेजी देखी गई, जिसमें मुख्य योगदान एलएंडटी और सन फार्मा जैसे इंडेक्स हैवीवेट्स का रहा। हालांकि यह तेजी सीमित रही, लेकिन इन कंपनियों की मजबूती ने बाजार को गिरने से रोके रखा।

गिफ्ट निफ्टी का संकेत: आज बाजार की शुरुआत कमजोर हो सकती है

गिफ्ट निफ्टी (पूर्व में एसजीएक्स निफ्टी) में 179 अंकों की गिरावट के साथ 24,675 पर कारोबार हुआ, जिससे संकेत मिलते हैं कि आज भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत नेगेटिव रह सकती है।

तकनीकी नजरिया और वोलैटिलिटी इंडेक्स

तकनीकी दृष्टिकोण से देखें तो बाजार अभी भी अपने महत्वपूर्ण मूविंग एवरेज के नीचे बना हुआ है, जिससे अल्पकालिक ट्रेंड थोड़ा कमजोर बना हुआ है। वहीं भारत VIX 2.8 प्रतिशत बढ़कर 11.20 के स्तर पर पहुंच गया है, जो बाजार में डर के बढ़ने का संकेत देता है।

अमेरिकी बाजार का हाल: उम्मीद से कम तेजी

अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को मिले-जुले संकेतों के साथ बंद हुए। फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की टिप्पणियों के चलते ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें कमजोर पड़ीं। डॉव 0.38% गिरा, एसएंडपी 500 में 0.12% की गिरावट रही जबकि नैस्डैक 0.15% चढ़ा।

एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख, अमेरिकी फ्यूचर्स में तेजी

अमेरिकी टेक कंपनियों के अच्छे नतीजों के चलते अमेरिकी फ्यूचर में तेजी देखी गई। टोक्यो में टॉपिक्स 0.4% बढ़ा, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग 1% गिरा। ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 भी 0.5% गिरावट में रहा। यूरोप का Euro Stoxx 50 फ्यूचर्स 0.4% ऊपर रहा।

सोने में उछाल, डॉलर मजबूत, तेल भी चढ़ा

ट्रंप के नए टैरिफ ऐलान से उत्पन्न व्यापारिक अनिश्चितता के चलते सोने की कीमतों में एक महीने के निचले स्तर से उछाल देखने को मिला। दूसरी ओर, फेड चेयर पॉवेल के बयान से डॉलर दो महीने के उच्चतम स्तर के करीब पहुंचा। तेल की कीमतें लगातार चौथे दिन बढ़ीं क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर चिंताएं बनी हुई हैं।

F&O बैन में कौन-कौन से शेयर

आज के दिन F&O सेगमेंट में कोई भी शेयर बैन लिस्ट में नहीं हैं, यानी किसी भी शेयर ने मार्केट-वाइड पोजीशन लिमिट का 95% पार नहीं किया है।

FII-DII गतिविधियां और रुपया

बुधवार को विदेशी निवेशकों (FII) ने कुल 850 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशक (DII) ने 1,829 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वहीं रुपया 52 पैसे गिरकर 87.43 रुपये पर बंद हुआ, जिसका कारण भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर अनिश्चितता रही।

FII का फ्यूचर डेटा

FII की शॉर्ट पोजीशन मंगलवार के 1.70 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर बुधवार को 1.73 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो यह संकेत देता है कि विदेशी निवेशक बाजार में अभी भी सतर्क रुख अपनाए हुए हैं।

(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)

Source: Economic Times