भारतीय रिजर्व बैंक ने जापानी बहुराष्ट्रीय बैंक एसएमबीसी को यस बैंक में 24.99 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए मंज़ूरी दे दी है. यस बैंक ने शनिवार को शेयर बाजारों को बताया कि आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि इस अधिग्रहण के बाद एसएमबीसी को बैंक का प्रमोटर नहीं माना जाएगा.एक्सचेंज फाइलिंग में कहा गया है कि हम 09 मई, 2025 के अपने पहले स्टॉक एक्सचेंज प्रकटीकरण का उल्लेख करते हैं, जिसमें स्टॉक एक्सचेंजों को सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (“एसएमबीसी”) द्वारा बैंक में 20.00% शेयरधारिता के प्रस्तावित अधिग्रहण के बारे में सूचित किया गया था, जो कि भारतीय स्टेट बैंक से 13.19% हिस्सेदारी की द्वितीयक हिस्सेदारी खरीद और बैंक के 7 अन्य शेयरधारकों, यानी एक्सिस बैंक लिमिटेड, बंधन बैंक लिमिटेड, फेडरल बैंक लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक लिमिटेड और कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड (“प्रस्तावित लेनदेन”) से कुल 6.81% हिस्सेदारी के माध्यम से है.
फाइलिंग में कहा गया है, “इस संबंध में, हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि एसएमबीसी को 22 अगस्त, 2025 के पत्र के माध्यम से बैंक की चुकता शेयर पूंजी/मतदान अधिकारों के 24.99% तक अधिग्रहण के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (“आरबीआई”) से अनुमोदन प्राप्त हो गया है. यह अनुमोदन इस पत्र की तिथि से एक वर्ष के लिए वैध है. आरबीआई ने आगे स्पष्ट किया है कि उक्त अधिग्रहण के अनुसार एसएमबीसी को बैंक के प्रमोटर के रूप में नहीं माना जाएगा.
स्टॉक प्राइस में आ सकती है तेज़ी
यस बैंक के शेयर प्राइस सोमवार को कुछ बढ़त के साथ खुल सकते हैं. आरबीआई की मंज़ूरी के अलावा यूएस से मिले रेट कट के संकेत से बैंकिंग सेक्टर में बाइंग आ सकती है. इसी कारण यस बैंक के शेयर प्राइस तेज़ी दिखा सकते हैं.
इस बैंक में कई बैंकों की हिस्सेदारी है. इसमें एक्सिस बैंक लिमिटेड, बंधन बैंक लिमिटेड, फेडरल बैंक लिमिटेड, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक लिमिटेड और कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड ने हिस्सेदारी खरीदी है.
Source: Economic Times