ऑयल सेक्टर की इन तीन सरकारी कंपनियों के स्टॉक में देखने को मिल सकती है तेज़ी, ब्रोकरेज ने टारगेट प्राइस को बढ़ाकर दी खरीदने की सलाह

नई दिल्ली: शुक्रवार को ऑयल सेक्टर की तीन सरकारी कंपनियों के स्टॉक में तेज़ी देखने को मिल रही है. ख़बर लिखे जाने तक, Bharat Petroleum Corporation Ltd के स्टॉक में 3.38 प्रतिशत की तेज़ी, Hindustan Petroleum Corp Ltd के स्टॉक में 0.94 प्रतिशत की तेज़ी, Indian Oil Corporation Ltd के स्टॉक में 1.91 प्रतिशत की तेज़ी देखने को मिल रही है. अब तीनों कंपनियों के स्टॉक पर ब्रोकरेज फर्म UBS ने भरोसा दिखाया है.

ब्रोकरेज फर्म का भरोसा

स्विस इंवेस्टमेंट बैंक यूबीएस ने BPCL पर ‘बाय’ रेटिंग को बरकरार रखा है यानी खरीदने की सलाह को बरकरार रखा है. इसके लिए ब्रोकरेज ने टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 390 रुपये कर दिया है.
ब्रोकरेज ने HPCL पर ‘बाय’ रेटिंग को बरकरार रखा है यानी खरीदने की सलाह को बरकरार रखा है. इसके लिए ब्रोकरेज ने टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया है. वहीं Indian Oil Corporation के लिए भी ब्रोकरेज ने बाय की रेटिंग को बरकरार रखा है, जिसके लिए ब्रोकरेज ने 180 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस तय किया है.

यूबीएस के अनुसार, ऑयल मार्केटिंग कंपनियां (ओएमसी) फ्यूल बेचकर अच्छा मुनाफा कमा सकती हैं क्योंकि उनका मार्केटिंग मार्जिन अधिक है और रिटेल फ्यूल की कीमतें स्थिर हैं.
ब्रोकरेज ने कहा कि अपेक्षित लाभ वृद्धि का कुछ हिस्सा पहले से ही स्टॉक की कीमतों में दिख सकता है, क्योंकि वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में ओएमसी के शेयरों में 15-22 प्रतिशत की वृद्धि हुई. फिर भी, यूबीएस भविष्य के बारे में सकारात्मक है और मानता है कि अधिक लाभ अनुमानों को संशोधित किया जा सकता है. यह भी उम्मीद करता है कि ये कंपनियाँ मजबूत फ्री कैश फ्लो पैदा करेंगी, जिससे नए प्रोजेक्ट (कैपेक्स) पर उनके ज़्यादा खर्च के बारे में चिंताओं को कम करने में मदद मिलेगी.
यूबीएस ने कहा कि वित्त वर्ष 26 के लिए 5.0 रुपये प्रति लीटर का अपेक्षित औसत मार्केटिंग मार्जिन बहुत कम या सतर्क लगता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि वित्त वर्ष 25 में, मार्जिन लगभग 6.0 रुपये से 7.0 रुपये प्रति लीटर अधिक था, और अभी (वर्तमान स्पॉट मार्जिन), यह 11.0 रुपये प्रति लीटर से भी अधिक है.

(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)

Source: Economic Times