इन कंपनियों के बीच यह समझौता 28 जुलाई 2025 को नई दिल्ली में ONGC के दीनदयाल ऊर्जा भवन में हुआ. यह ब्लॉक पश्चिमी तट पर सौराष्ट्र बेसिन में स्थित है और इसका एरिया लगभग 5,454 वर्ग किलोमीटर है. यह श्रेणी-II बेसिन के अंतर्गत आता है.
ONGC को इस ब्लॉक का ऑपरेटर नियुक्त किया गया है. अब इस जोन में हाइड्रोकार्बन की संभावनाओं का आकलन करने और इसके निकालने के लिए एक्सप्लोरेशन गतिविधियां शुरू करेगा.
मोजांबिक प्रोजेक्ट में निवेश
पिछले हफ्ते, ONGC ने एक स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि उसने ONGC Videsh की सहायक कंपनियों द्वारा मोजांबिक के Area 1 LNG प्रोजेक्ट में कारोबारी साल 2026-27 के दौरान 5,082 करोड़ रुपये तक के ट्रू-अप राशि को मंजूरी दी है.
ONGC Videsh की Area 1 मोजांबिक परियोजना में 16% हिस्सेदारी है, जिसे इसकी सहायक कंपनियों—ONGC Videsh Rovuma (OVRL) और Beas Rovuma Energy Mozambique (BREML)—के माध्यम से प्रबंधित किया जाता है. बोर्ड ने 5,082.39 करोड़ रुपये तक की ट्रू-अप राशि को मंजूरी दी है, जो अनुमानित लागतों के लिए भुगतान या समायोजन है. विशेष रूप से, BREML 2025-26 में 1,270.62 करोड़ रुपये और 2026-27 में 635.31 करोड़ रुपये खर्च करेगी.
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Source: CNBC