एनएसडीएल के सीईओ विजय चंडोक ने कहा- डीमैट खाते बढ़ाने के लिए नए जमाने की ब्रोकिंग फर्मों के साथ कर रहे काम

नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (NSDL) डीमैट खातों की संख्या के मामले में अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए नए जमाने की ब्रोकिंग फर्मों के साथ और अधिक खातों को संख्या बढ़ाने के तरीकों पर विचार कर रही है। खातों की संख्या के मामले में यह अपने प्रतिस्पर्धी सीडीएसएल (CDSL) से पीछे है। NSDL का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) 30 जुलाई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। एनएसडीएल के सीईओ विजय चंडोक (NSDL CEO Vijay Chandok) के अनुसार, डिपॉजिटरी ने सभी बाजार सहभागियों के साथ और अधिक संख्या में जुड़ने के प्रयास शुरू कर दिए हैं, ताकि यह समझा जा सके कि एक डिपॉजिटरी के रूप में वे अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए और क्या कर सकते हैं।

कंपनी के आईपीओ की घोषणा के मौके पर मनीकंट्रोल से बात करते हुए चंडोक ने कहा, “हमारे दृष्टिकोण के तहत, हम उन सभी के साथ जुड़ रहे हैं। हम लगातार लोगों से जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं। हमारा दृष्टिकोण यह है कि, आप जानते हैं, हम और क्या कर सकते हैं? हम क्या बेहतर कर सकते हैं? हम उनकी समस्याओं और उनके दृष्टिकोण से चीजो को कैसे आसान बना सकते हैं और समाधान निकालने का प्रयास कर सकते हैं? हमारा मानना है कि यह जुड़ाव, ध्यान और उनके साथ अधिक व्यापार करने का अवसर पाने का एक अच्छा तरीका है।”

उन्होंने आगे कहा कि आप देख सकते हैं कि पिछले छह महीनों में, रन रेट के आधार पर हमारी बाजार हिस्सेदारी में सुधार हुआ है, इसलिए मुझे लगता है कि यही वह प्रयास है जिसकी हम कोशिश कर रहे हैं।

यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि एनएसडीएल को अधिकांश क्षेत्रों में बाजार में लीडर का दर्जा प्राप्त है, यह सीडीएसएल के साथ प्रतिस्पर्धा करता है, लेकिन अगर डीमैट खातों की संख्या को ध्यान में रखा जाए, तो इसकी बाजार हिस्सेदारी कम है जो कि लगभग 20 प्रतिशत है।

एनएसडीएल के पास लगभग 3.94 करोड़ डीमैट खाते हैं। जबकि सीडीएसएल के पास 15.9 करोड़ डीमैट खाते हैं। हालांकि, चंडोक इस तथ्य पर जोर देते हैं कि डीमैट क्षेत्र में एनएसडीएल की बाजार हिस्सेदारी लगभग 20 प्रतिशत है, लेकिन रेवन्यू के मामले में इसकी हिस्सेदारी लगभग 43 प्रतिशत है।

चंडोक ने बताया, “डीमैट खाते… में हमारी बाजार हिस्सेदारी 20 प्रतिशत है। हालांकि, उद्योग में हमारी रेवन्यू हिस्सेदारी लगभग 43 प्रतिशत है। डीमैट क्षेत्र में, हमारे पास ज्यादा विकसित ग्राहक हैं, जिससे प्रति खाता बेहतर रेवन्यू प्राप्त होता है। इसलिए 20 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ भी, कुल रेवन्यू में हमारी हिस्सेदारी लगभग 43 प्रतिशत है।”

इस बीच, डिपॉजिटरी ने अपने आईपीओ के लिए 760 रुपये से 800 रुपये का प्राइस बैंड तय किया है। ये आईपीओ एनएसई, आईडीबीआई बैंक और यूनियन बैंक सहित मौजूदा शेयरधारकों द्वारा बिक्री की पेशकश है। यह आईपीओ 30 जुलाई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और 1 अगस्त को बंद होगा।

Source: MoneyControl