एक्विजिशन के लिए मीटिंग से पहले 60 रुपए से कम भाव का यह रेलवे मल्टीबैगर स्टॉक निवेशकों के रडार पर आया

शेयर मार्केट में बुधवार को तेज़ी देखी गई और ऑटो और बैंकिंग स्टॉक में तेज़ी देखी गई. इस दौरान कुछ ऐसे स्टॉक भी रहे जिनमें खबरों के दम पर बढ़त देखी गई. रेलवे मल्टीबैगर स्टॉक MIC Electronics Ltd के शेयर प्राइस बुधवार को तेज़ी में देखे गए और 4.30% की बढ़त के साथ 54.67 रुपए के लेवल पर बंद हुए. कंपनी का मार्केट कैप 1.32 हज़ार करोड़ रुपए है.

एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड के शेयर 4.50% प्रतिशत बढ़कर 54.90 रुपये के डे हाई लेवल पर पहुंच गए. इस स्टॉक का 52-सप्ताह का उच्चतम मूल्य 114.74 रुपये प्रति शेयर और न्यूनतम मूल्य 49.50 रुपये प्रति शेयर रहा है.
एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने घोषणा की है कि कंपनी के रजिस्टर्ड ऑफिस में शुक्रवार, 25 जुलाई, 2025 को बोर्ड बैठक आयोजित की जाएगी. सेबी (सूचीबद्धता दायित्व और प्रकटीकरण आवश्यकताएँ) विनियम, 2015 के विनियम 29 के अनुसार आयोजित यह बैठक मुख्य रूप से सिंगापुर की एक कंपनी के अधिग्रहण के प्रस्ताव पर चर्चा और अनुमोदन पर केंद्रित होगी. बोर्ड इस अधिग्रहण से संबंधित प्रारंभिक एमओयू और अन्य संबंधित दस्तावेज़ों पर भी विचार करेगा. इस बैठक से पहले कंपनी के शेयर प्राइस में तेज़ी आई है.

एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने कन्नूर स्टेशन पर आईपीआईएस प्रणाली के लिए पलक्कड़ डिवीजन एसएंडटी से एक महत्वपूर्ण वर्क ऑर्डर मिला , जिसका मूल्य ₹1.28 करोड़ से अधिक था, जिसमें छह साल का मैन्टेनेंस ऑर्डर भी शामिल था. यह परियोजना अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत “यात्री सुविधाओं में सुधार” का हिस्सा है. कंपनी को विजयवाडा में भी एक रेलवे प्रोजेक्ट मिला है.
एमआईसी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, एलईडी डिस्प्ले (इनडोर, आउटडोर, मोबाइल), लाइटिंग सॉल्यूशन (इनडोर, आउटडोर, सौर), दूरसंचार उपकरण, रेलवे और सॉफ्टवेयर का एक अग्रणी निर्माता है. वे ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और बैटरी जैसे मेडिकल उपकरण भी बनाते हैं.

कंपनी का तिमाही नतीजा

कंपनी ने वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में 11.61 करोड़ रुपये की शुद्ध बिक्री और 1.67 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया. अपने वार्षिक परिणामों में वित्त वर्ष 24 की तुलना में वित्त वर्ष 25 में शुद्ध बिक्री 8 प्रतिशत बढ़कर 94.76 करोड़ रुपये हो गई. कंपनी ने वित्त वर्ष 25 में 9.83 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 24 में यह 61.84 करोड़ रुपये था.

Source: Economic Times