इस ज्वैलरी स्टॉक में FII ने बढ़ाई हिस्सेदारी, अब ब्रोकरेज JM Financial ने दी स्टॉक को खरीदने की सलाह, ₹700 तक पहुंच सकता है स्टॉक

नई दिल्ली: ज्वैलरी सेक्टर की कंपनी Kalyan Jewellers India Ltd के स्टॉक में मंगलवार को तेज़ी देखने को मिल रही है. स्टॉक में 1 प्रतिशत से ज़्यादा की तेज़ी देखी गई, जिससे स्टॉक ने 594 रुपये के अपने इंट्राडे हाई लेवल को टच किया. ख़बर लिखे जाने तक कंपनी के शेयर 0.30 प्रतिशत की तेज़ी के साथ 587 रुपये के लेवल पर ट्रेड कर रहे थे. यह तेज़ी तब देखने को मिल रही है जब मोतीलाल ओसवाल ने स्टॉक पर भरोसा जताया है.

क्या कहा ब्रोकरेज ने?

ब्रोकरेज फर्म जेएम फाइनेंशियल ने स्टॉक पर कवरेज शुरू की है. ब्रोकरेज ने स्टॉक पर ‘बाय’ की रेटिंग दी है. जिसके लिए ब्रोकरेज ने 700 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस तय किया है. यह टारगेट प्राइस स्टॉक के पिछले बंद भाव से 20 प्रतिशत की तेज़ी की संभावना को दर्शाता है.
जेएम फाइनेंशियल ने कहा कि कल्याण ज्वैलर्स मुख्य रूप से दक्षिण भारत में केंद्रित होने से बढ़कर एक राष्ट्रव्यापी ब्रांड बन गया है. यह सफलता इसकी मज़बूत ब्रांड प्रतिष्ठा, इसकी अति-स्थानीय रणनीति और देश भर के ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए प्रोडक्ट का सही मिश्रण पेश करने के कारण है.

हालांकि, ब्रोकरेज का मानना है कि कल्याण ज्वैलर्स का मज़बूत और लगातार प्रदर्शन इसे गैर-ज़रूरी (विवेकाधीन) रिटेल क्षेत्र में अलग पहचान दिलाता है। इसी वजह से, उनका मानना है कि कंपनी के शेयर भविष्य में और ज़्यादा वैल्यूएबल हो सकते हैं, जिससे इसकी रि-रेटिंग की संभावना बढ़ सकती है.
कल्याण ज्वैलर्स ने फ्रैंचाइज़ी-आधारित मॉडल अपनाकर तेज़ी से विकास किया है, जिससे उसे वित्त वर्ष 2025 में 74 नए स्टोर खोलने और वित्त वर्ष 2028 तक हर साल 85-90 नए स्टोर खोलने की योजना बनाने में मदद मिली है. जेएम फाइनेंशियल ने बताया कि यह मॉडल कारगर साबित होता है क्योंकि कल्याण और उसके फ्रैंचाइज़ी पार्टनर, दोनों को अच्छा रिटर्न मिलता है, और कल्याण के लिए यह व्यवस्था पूँजी-रहित है – यानी इन्वेंट्री और स्टोर सेटअप का खर्च फ्रैंचाइज़ी मालिक उठाते हैं, न कि कल्याण खुद. इससे कंपनी का विस्तार आसान और तेज़ हो जाता है.
ब्रोकरेज को उम्मीद है कि कल्याण ज्वैलर्स का रेवेन्यू, EBITDA और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) वित्त वर्ष 25 से वित्त वर्ष 28 तक हर साल औसतन 25%, 23% और 31% की दर से बढ़ेगा. हालाँकि EBITDA मार्जिन थोड़ा कम हो सकता है क्योंकि कुछ आय फ्रैंचाइज़ी के साथ साझा की जाती है, फिर भी कंपनी को प्रॉफिट आफ्टर टैक्स के लेवल पर लाभ होगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि कल्याण अपने फ्रैंचाइज़ी मॉडल की बदौलत कम शुरुआती खर्च (कम पूँजी उपयोग) करेगा और ब्याज लागत भी कम होगी.

FII ने बढ़ाई हिस्सेदारी

कंपनी में एफआईआई ने हिस्सेदारी बढ़ाई है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, एफआईआई ने मार्च 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 16.37% से बढ़ाकर 16.89% कर दिया है.

(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)

Source: Economic Times