इस कंपनी के शेयर प्राइस में 19 दिन से लगातार अपर सर्किट, अच्छे वॉल्यूम के साथ लगातार बढ़ रहा है पेनी स्टॉक, एक साल में 500% ग्रोथ

शेयर मार्केट में सोमवार को उतार-चढ़ाव देखने को मिला लेकिन दिन के अंत में बाज़ार अच्छी बढ़त के स्साथ बंद हुआ. Nifty में 122 अंकों की तेज़ी रही और वह 25091 के लेवल पर बंद हुआ,जबकि सेंसेक्स 443 अंकों की बढ़त रही और वह 82200 के लेवल से ऊपर क्लोज़ किया. इस दौरान कुछ पेनी स्टॉक ने भी निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींचा. पेनी स्टॉक Colab Platforms Ltd में लगातार 19 ट्रेडिंग सेशन से अपर सर्किट लग रहा है.पिछले एक साल में यह स्टॉक 500% बढ़ चुका है.

Colab Platforms Ltd के शेयर सोमवार को एक बार फिर 2% की अपर सर्किट लिमिट तक पहुंचने के बाद 47.58 रुपए के लेवल पर बंद हुआ. स्टॉक में इस दौरान अच्छा वॉल्यूम आया. बीएसई पर 18 लाख से अधिक शेयरों का ट्रांजिक्शन हुआ. यह हेल्थकेयर का इंटिग्रेटेड प्लेफॉर्म है.
Colab Platforms अब लगातार 19 कारोबारी सत्रों से अपर सर्किट को छू रहा है. इसके अलावा इसने लगातार 24 सत्रों से बढ़त का सिलसिला जारी रखा है. इस दौरान यह शेयर 24 रुपये से बढ़कर 47.5 रुपये पर पहुंच गया है, जिससे इसकी कीमत दोगुनी हो गई है. इसी अवधि में इस शेयर ने 95 प्रतिशत का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है. एक लाख रुपये का निवेश 20 दिनों से भी कम समय में 1.95 लाख रुपये हो जाता है. एक महीने की अवधि में इस शेयर ने 64 प्रतिशत रिटर्न दिया है.

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज याने बीएसई में लिस्टेड टॉप 2000 कंपनियों में से एक कोलाब क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म्स लिमिटेड अलग अलग सेक्टर में नई टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन देने वाली कंपनी है. कंपनी एडवांस टेक्निक में अपनी विशेषज्ञता का उपयोग विकास को बढ़ावा देने और उपयोगकर्ता अनुभव को बेहतर बनाने के लिए करती है. कोलाब क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म्स देश के प्रतिभाशाली प्रोफेशनल ग्रुप का उपयोग प्रोफेशनल्स कम्यूनिटी में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए करता है.
कोलाब क्लाउड प्लेटफ़ॉर्म्स एक कर्ज़ मुक्त कंपनी है, जिसकी कन्टिस्टेंटली अर्निंग हो रही है.

बीएसई-लिस्टेड स्पोर्ट्स टेक और गेमिंग कंपनी ने आधिकारिक तौर पर अरबों डॉलर के ईस्पोर्ट्स बाज़ार में कदम रखा है, जिसका लक्ष्य भारत का सबसे फ़ायदेमंद कॉम्पिटिटिव गेमिंग इकोसिस्टम बनाना है. भारत की विशाल ऑनलाइन गेमिंग कम्यूनिटी और तेज़ी से बढ़ती इंडस्ट्रीज़ का फायदा लेने के लिए यह कदम उठाया गया है.

Source: Economic Times