इंट्राडे ट्रेडिंग पर सख्ती करने की तैयारी में SEBI, Jane Street केस के कारण नया नियम संभव

मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) फिर से इंट्राडे ट्रेडिंग पर सख्ती करने की तैयारी कर रहा है। खासतौर पर इंडेक्स डेरिवेटिव्स यानी निफ्टी और सेंसेक्स जैसे बड़े इंडेक्स पर ट्रेडिंग करने वालों के लिए नए नियम बनाए जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि SEBI पोजिशन लिमिट्स यानी एक दिन में कितनी बड़ी ट्रेडिंग की जा सकती है, उस पर कड़े नियम लागू करने पर विचार कर रहा है। अगर ऐसा हुआ तो इंट्राडे ट्रेडिंग का पूरा तरीका बदल सकता है।

इस कदम की वजह अमेरिकी कंपनी Jane Street है। SEBI ने पाया था कि इस कंपनी की ट्रेडिंग के तरीकों से बाजार में गलत असर पड़ा और आम निवेशकों को नुकसान हुआ। इसलिए अब SEBI बाजार में ऐसी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने की योजना बना रहा है। रिपोर्ट के अनुसार, SEBI ने सेकेंडरी मार्केट एडवाइजरी कमेटी की मीटिंग बुलाई है, जिसमें इक्विटी इंडेक्स डेरिवेटिव्स के लिए कड़े पोजिशन लिमिट्स पर चर्चा होगी।

पिछले फैसले और अब की तैयारी

फरवरी में SEBI ने प्लान बनाया था कि इंडेक्स डेरिवेटिव्स में इंट्राडे ट्रेडिंग की लिमिट 1,000 करोड़ रुपए रखी जाए, लेकिन बड़े ट्रेडर्स के विरोध के कारण यह योजना अभी लागू नहीं हुई। अब SEBI एक्सचेंजों को ये देखने के लिए कहा है कि वे ट्रेडिंग पर नजर रखें। मई में SEBI ने तय किया कि कंपनियों के ऑप्शन ट्रेडिंग का कुल जोखिम 1,500 करोड़ रुपए से ज्यादा नहीं होना चाहिए। लेकिन अभी तक व्यक्तिगत ट्रेडर्स के लिए कोई खास लिमिट नहीं बनाई गई है।

भारत दुनिया के सबसे बड़े शेयर डेरिवेटिव बाजारों में से एक

भारत दुनिया के सबसे बड़े शेयर डेरिवेटिव बाजारों में से एक है, जहां लगभग 60% ट्रेडिंग होती है। लेकिन आम निवेशकों को भारी नुकसान होता है। SEBI की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2024 तक रिटेल निवेशकों को 52,400 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ, जबकि बड़ी कंपनियों और विदेशी निवेशकों ने अच्छा मुनाफा कमाया।

पहले भी कई कदम उठा चुका है SEBI

SEBI ने पहले भी बाजार को नियंत्रित करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं, जैसे कि ट्रेडिंग के लिए मिनिमम ऑर्डर साइज बढ़ाना और कॉन्ट्रैक्ट की अवधि कम करना। ये उपाय बाजार को ज्यादा सुरक्षित बनाने के लिए हैं।

Jane Street पर लगा था प्रतिबंध, अभी जांच जारी

SEBI ने अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म Jane Street पर अस्थायी प्रतिबंध लगाया था, क्योंकि उनके ट्रेडिंग तरीके बाजार को नुकसान पहुंचा रहे थे। हाल ही में Jane Street ने सेबी के खाते में 567 मिलियन डॉलर जमा किए हैं, इसलिए प्रतिबंध हटा लिया गया है, लेकिन जांच अभी जारी है।

Source: Economic Times