Gold Rate Today: पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में लगातार उछाल दर्ज किया जा रहा है। इसी क्रम में आज भी इसने नए रिकॉर्ड हाई लेवल को टच किया है। मंगलवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर दिसंबर की कॉन्ट्रैक्ट एक्सपायरी वाला गोल्ड 723 रुपये या 0.65 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोतरी के साथ प्रति 10 ग्राम 1,10,312 रुपये के स्तर को छू लिया। वहीं, अक्टूबर गोल्ड फ्यूचर्स में 982 रुपये की तेजी आई है, जो 1,09,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के हाई लेवल पर बंद हुआ।
ग्लोबल मार्केट में भी बढ़ रहा रेट
ग्लोबल मार्केट में भी गोल्ड की चमक लगातार बढ़ रही है। दिसंबर कॉमेक्स गोल्ड फ्यूचर्स 3,698.02 डॉलर प्रति औंस और स्पॉट गोल्ड 3,658.38 डॉलर प्रति औंस के हाई लेवल पर पहुंच गया है। यह उछाल अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कटौती उम्मीदों, कमजोर डॉलर, और वैश्विक अनिश्चितताओं की वजह से देखने को मिल रहा है।
ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने बढ़ाई डिमांड
दरअसल, उम्मीद जताई जा रही है कि इस महीने अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में 25 बेसिक पॉइंट्स की कटौती कर सकता है। अमेरिकी जॉब डेटा ने इस उम्मीद को बढ़ा दिया है। कम ब्याज दरें सोने जैसे सुरक्षित निवेश की डिमांड को बढ़ा देती हैं, क्योंकि इन पर ब्याज नहीं मिलता है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वाइस प्रेसिडेंट और एस्पेक्ट ग्लोबल वेंचर्स की एग्जीक्यूटिव चेयरपर्सन अक्षा कांबोज ने कहा, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और मजबूत निवेशक मांग के बीच सोना अभी भी सेफ-हेवन एसेट है। 24 कैरेट सोने की कीमत 1,08,037 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जो अभी भी बुलिश ट्रेंड का हिस्सा है।
डॉलर में कमजोरी का असर
वहीं, US डॉलर में गिरावट ने भी सोने की डिमांड को बल दिया है। आज अमेरिकी डॉलर 0.2% कमजोर होकर जापानी येन के मुकाबले 147.21 पर आ गया। ब्रिटिश पाउंड 0.1% बढ़कर 1.3558 डॉलर पर रहा, जबकि यूरो 1.1752 डॉलर पर मामूली गिरावट दर्ज की गई है। जब डॉलर कमजोर होता है, तो विदेशी करेंसी में इसकी वैल्यू कम होती जाती है और निवेशकों के लिए सस्ता हो जाता है, जिससे इसकी मांग बढ़ जाती है।
रूस और यूक्रेन संघर्ष
इसके अलावा, रूस और यूक्रेन बीच जारी संघर्ष ने भी सोने की मांग बढ़ाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है। कमोडिटी मार्केट एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मॉस्को के हालिया जवाबी हमले के बाद अमेरिका की ओर से रूस पर नए बैन लगाने की संभावना ने सुरक्षित निवेश की मांग को बढ़ा दिया है।
टैरिफ पर छूट का असर
इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ छूट का ऐलान किया। यह छूट 8 सितंबर 2025 से लागू हो चुकी है। सामाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, यह छूट उन व्यापारिक साझेदार देशों को मिलेगी, जो इंडस्ट्रियल एक्सपोर्ट्स जैसे निकल, सोना, मेटल्स, फॉर्मा कंपाउंड्स और केमिकल्स पर डील करेंगे। ट्रंप के इस कदम ने सोने को बल दिया है।
डिस्क्लेमर: यह कहानी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। ऊपर दिए गए विचार और सुझाव व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, मिंट के नहीं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से सलाह लें।
Source: Mint