अगर आप डायरेक्ट म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करते हैं तो इन गलतियों से बचें, ये टिप्स आपको मज़बूत निवेशक बना सकते हैं

स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने का रुझान बढ़ रहा है. रिटेल इन्वेस्टर्स का पार्टिसिपेशन इक्विटी मार्केट में इतना बढ़ रहा है कि प्रति माह एसआईपी के माध्यम से बड़ा फंड मार्केट में आ रहा है. इसके साथ ही रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए यह जानना ज़रूरी हो गया है कि सीधे म्यूचुअल फंड के माध्यम से निवेश करने पर क्या सावधानी रखनी चाहिए.

सीधे म्यूचुअल फंड में निवेश करना याने एडवाइज़र और मिडिएटर्स के बिना डयरेक्ट म्यूचुअल फंड स्कीम्स के ज़रिए निवेश करना. यह तरीका कई निवेशकों को इसकी कम लागत और बेहतर नियंत्रण के कारण आकर्षित करता है. हालांकि कुछ सामान्य गलतियां इस DIY तरीके को पटरी से उतार सकती हैं और लॉन्गटर्म रिटर्न को प्रभावित कर सकती हैं. कुछ म्यूचुअल फंड एडवाइज़र के अनुसार, कई DIY निवेशक अपने निवेश के खराब प्रदर्शन को लेकर चिंतित रहते हैं और अपने निवेश को बचाने की उत्सुकता में गलत निवेश निर्णय ले लेते हैं. ऐसे में निवेशकों को कुछ सावधानियां रखना आवश्यक है.

निवेश का फैसला जल्दबाज़ी में न लें

हर फाइनेंशियल फैसले की एक कीमत होती है. कई नए निवेशक, किसी स्कीम से निकलने की हड़बड़ी में एग्जिट लोड और कैपिटल गेन्स टैक्स जैसे चार्ज को नज़रअंदाज़ कर देते हैं और उन्हें इसका असर फ़ैसला लेने के बाद ही पता चलता है। यह याद रखना ज़रूरी है कि अपने निवेश को बहुत जल्दी भुनाने पर टैक्स और पेनल्टी लग सकता है.
उदाहरण के लिए कुछ फंड, अगर आप तय होल्डिंग अवधि से पहले बेचते हैं तो एग्जिट लोड भी लगा सकते हैं. इन लागतों के बारे में जागरूक होने से आपको अप्रिय आश्चर्यों से बचने और ज़्यादा सोच-समझकर निवेश निर्णय लेने में मदद मिल सकती है.

किसी भी फोरम से फ्री एडवाइस पर विश्वास न करें

एक निवेशक के तौर पर आप म्यूचुअल फंड के बारे में अपनी समझ को लगातार बढ़ाते और निखारते रहें. सिर्फ़ दोस्तों या ऑनलाइन फ़ोरम से मिलने वाली सामान्य एडवाइस पर निर्भर रहना अक्सर आपको गुमराह कर सकता है, खासकर जब ऐसी सलाह आपकी जोखिम उठाने की क्षमता, निवेश की अवधि और वित्तीय लक्ष्यों को नज़रअंदाज़ कर दे.
अपने निवेश पर पूरी जानकारी रखें. म्यूचुअल फंड का ज्ञान न सिर्फ़ आपको महंगी गलतियों से बचने में मदद करेगा, बल्कि म्यूचुअल फंड के ज़रिए वेल्थ क्रिएशन की आपकी यात्रा को भी मज़बूत करेगा.

खुद को लगातार एजुकेट करें

इन्वेस्टमेंट एडवाइज़र के माध्यम निवेश करने का मतलब यह नहीं है कि आपको म्यूचुअल फंड के बारे में खुद सीखना बंद कर देना चाहिए. अपने हितों की रक्षा के लिए अपडेट रहना, अपने पोर्टफोलियो पर नज़र रखना और अपने ज्ञान को बढ़ाते रहना ज़रूरी है.

इससे न केवल आपके निवेश की सुरक्षा में मदद मिलती है, बल्कि आपकी संपत्ति निर्माण क्षमता भी बढ़ती है। अनुभवी निवेशक भी कभी आत्मसंतुष्ट नहीं होते, वे अपने कौशल को निखारने और अपनी म्यूचुअल फंड रणनीतियों को बेहतर बनाने के लिए सीखते रहते हैं. आपको भी यही तरीका अपनाना चाहिए.

Source: Economic Times